बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस ने आज दिल्ली में हाईलेवल समीक्षा बैठक बुलाई है। इंदिरा भवन स्थित पार्टी मुख्यालय में होने वाली यह बैठक चुनाव नतीजों के बाद पहली बड़ी राजनीतिक समीक्षा मानी जा रही है। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष, प्रभारी, पूर्व सीएलपी नेता, सांसद-विधायक और सभी 61 प्रत्याशियों को शामिल होने का निर्देश दिया गया है। पार्टी इस बार सिर्फ छह सीटें ही जीत सकी, जिसके बाद संगठनात्मक कमजोरी और अंदरूनी असंतोष खुलकर सामने आए हैं।
कांग्रेस ने सभी उम्मीदवारों से अपने-अपने क्षेत्रों की विस्तृत चुनावी रिपोर्ट मांगी है। बैठक में हर प्रत्याशी को बताना होगा कि उनकी हार की प्रमुख वजहें क्या रहीं, स्थानीय स्तर पर कौन से मुद्दे प्रभावी थे और किस स्तर पर संगठन कमजोर साबित हुआ। माना जा रहा है कि इन रिपोर्टों के आधार पर पार्टी आने वाले महीनों की रणनीति और संगठन पुनर्गठन का खाका तैयार करेगी।
इधर कांग्रेस ने अनुशासनहीनता और पार्टी-विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं पर बड़ी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। पहले 43 नेताओं को कारण बताओ नोटिस भेजा गया था, जिसके बाद सात नेताओं—आदित्य पासवान, शकीलुर रहमान, राजकुमार शर्मा, राजकुमार राजन, कुंदन गुप्ता, कंचना कुमारी और रवि गोल्डन—को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी का कहना है कि संगठन को मजबूत बनाने के लिए कठोर कदम आगे भी जारी रहेंगे।


2 comments
Best NEWS in Bihar
Thanks a lot