संसद का शीतकालीन सत्र आज 1 दिसंबर से शुरू हो गया, जो 19 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान कुल 15 बैठकें निर्धारित की गई हैं। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होगी। सत्र के एजेंडे में एटॉमिक एनर्जी सहित 10 नए विधेयक शामिल किए जा सकते हैं। एसआईआर मामले पर विपक्ष के तीखे तेवर और हंगामे की आशंका जताई जा रही है।
सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बातचीत करते हुए विपक्ष से सार्थक बहस की अपील की। उन्होंने कहा कि “विपक्ष पराजय की बौखलाहट से निकलकर सकारात्मक चर्चा करे। संसद नारेबाज़ी का मंच नहीं, नीति निर्माण का स्थान है।” प्रधानमंत्री ने पहली बार चुनकर आए सांसदों को अधिक अवसर देने की ज़रूरत पर जोर दिया और कहा कि संसद में ड्रामा नहीं, डिलीवरी होनी चाहिए। मोदी ने यह भी कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार लोकतंत्र की ताकत को दुनिया के सामने साबित कर रही है।
सत्र से पहले कांग्रेस की बैठक भी हुई जिसमें पार्टी ने एसआईआर मुद्दे पर चर्चा की मांग दोहराई। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि “संसद चर्चा के लिए है, और हम इसे मुद्दों को उठाने के लिए इस्तेमाल करेंगे।” इससे पहले 30 नवंबर को सरकार ने सर्वदलीय बैठक की, जिसमें संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सभी दलों से शांत और रचनात्मक सत्र की उम्मीद जताई और कहा कि सरकार विपक्ष की बात सुनेगी और गरमागरम टकराव से बचना चाहिए।

