पटना में एक दिसंबर से बड़े अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत होने जा रही है। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने शहर के छह अंचलों—नूतन राजधानी, पाटलिपुत्र, कंकड़बाग, बांकीपुर, अजीमाबाद और पटना सिटी—के अलावा खगौल, फुलवारीशरीफ और दानापुर नगर परिषद क्षेत्रों में संयुक्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने इसके लिए नौ विशेष टीमों का गठन किया है और आदतन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई तथा दोबारा अतिक्रमण पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।
शहर में ट्रैफिक जाम कम करने के लिए ठेला और खोमचा लगाने वालों के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। फल-सब्जी विक्रेताओं को अब केवल दो समय स्लॉट—सुबह 5 से 8 बजे और रात 8 से 10 बजे तक—निर्धारित स्थानों पर ही व्यवसाय करने की अनुमति होगी। इन समयों और स्थानों के बाहर कारोबार करने पर सीधे जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं, अवैध पार्किंग पर भी सख्त कार्रवाई होगी और गलत तरीके से खड़े वाहन एमवी एक्ट के तहत जब्त किए जाएंगे। बार-बार नियम तोड़ने वालों का लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा।
अभियान के तहत अनेक महत्वपूर्ण इलाकों को प्राथमिकता में रखते हुए अतिक्रमण मुक्त करने की योजना बनाई गई है। इनमें गांधी मैदान क्षेत्र, पटना जंक्शन रोड, बोरिंग रोड से राजापुर पुल, कंकड़बाग से चिरैयाटांड़, हथुआ मार्केट, बैरिया बस स्टैंड, पहाड़ी जीरो माइल, हरमंदिर साहिब क्षेत्र, जेपी गंगा पथ, नेहरू पथ, अटल पथ, राजाबाजार, सगुना मोड़ सहित कई प्रमुख सड़कें शामिल हैं। प्रशासन ने निर्देश दिया है कि इन इलाकों में दोबारा अतिक्रमण न हो, इसके लिए लगातार निगरानी की जाएगी।

