दिल्ली नगर निगम उपचुनाव के नतीजों में इस बार बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी को जहां दो सीटों का नुकसान हुआ, वहीं वह कुल सात वार्डों पर ही जीत पाई। आम आदमी पार्टी अपनी तीन सीटें बचाने में सफल रही, हालांकि कुछ सीटों पर कड़ा मुकाबला देखने को मिला। कांग्रेस ने भी एक सीट जीतकर राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है।
उपचुनाव में मटिया महल क्षेत्र में शोएब इकबाल की पार्टी ने AAP से सीट हथिया ली, जबकि नारायणा और मुंडका में आम आदमी पार्टी ने भाजपा को हराया। दक्षिणपुरी में भी आम आदमी पार्टी ने बढ़त बनाए रखी। दूसरी ओर, भाजपा ने शालीमार बाग, चांदनी चौक, द्वारका, विनोद नगर और अशोक विहार जैसी महत्वपूर्ण सीटों पर जीत दर्ज की, लेकिन चांदनी चौक और मुंडका जैसी सीटों पर मार्जिन बेहद कम रहा।
कुल मिलाकर नतीजों ने दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण खड़े कर दिए हैं। भाजपा को जहां उपचुनाव में नुकसान झेलना पड़ा, वहीं AAP ने पिछला प्रदर्शन दोहराते हुए अपनी मौजूदगी मजबूत रखी। कांग्रेस का खाता खुलना चुनावी माहौल में नए राजनीतिक संकेत दे रहा है।

