पटना:सीतामढ़ी के परिहार विधानसभा क्षेत्र से 2025 में निर्दलीय प्रत्याशी रह चुकीं तथा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) महिला सेल की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रितु जायसवाल ने सोशल मीडिया पर एक बड़ा राजनीतिक ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि आने वाले कुछ महीनों में वह बिहार के युवाओं, खासकर महिलाओं से व्यापक संवाद करेंगी और इस संवाद के बाद बिहार में एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने पर विचार करेंगी।अपने फेसबुक पोस्ट में रितु जायसवाल ने लिखा कि अगले कुछ महीनों में मैं बिहार के युवाओं से, खासकर महिलाओं से, संवाद करूँगी। इस संवाद के आधार पर मैं एक राजनीतिक पार्टी बनाने पर विचार करूंगी। एक ऐसी राजनीतिक पार्टी, जहां महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व मिले, जहां युवाओं को आगे बढ़ने का मौका मिले, जहां टिकटों की खरीद–फरोख्त न होती हो, और जहां परिवारवाद के लिए कोई जगह न हो। आपके सुझाव और आपकी आलोचना, दोनों का ही स्वागत रहेगा।
रितु जायसवाल ने 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में परिहार (सीतामढ़ी) से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था और उन्होंने राजद के आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ बगावत करते हुए करीब 65455 वोट हासिल किए थे। इसके बाद उन्हें राजद ने छह साल के लिए निलंबित कर दिया था।वह पार्टी महिला सेल की प्रदेश अध्यक्ष भी थीं। लेकिन अब वह फिर से स्वतंत्र राजनीतिक पहल की ओर बढ़ती दिख रही हैं।
अपनी प्रस्तावित पार्टी के लिए उन्होंने चार प्रमुख मुद्दे रखे हैं जिनमें महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व ,युवाओं को आगे बढ़ने का वास्तविक अवसर ,टिकटों की बोली-खरीद (पैसे के दम पर टिकट) का अंत और परिवारवाद और वंशवाद की राजनीति को पूरी तरह खारिज करना शामिल हैं।राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बिहार में महिलाओं और युवाओं की बढ़ती राजनीतिक भागीदारी के बीच रितु जायसवाल का यह कदम मौजूदा पार्टियों पर दबाव बढ़ा सकता है। खास तौर पर राजद और अन्य क्षेत्रीय दलों में परिवारवाद व टिकट बंटवारे को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं।फिलहाल रितु जायसवाल ने लोगों से सुझाव और आलोचना दोनों मांगी है। आने वाले दिनों में वह जमीनी स्तर पर जनसंवाद शुरू करने वाली हैं। देखना यह होगा कि क्या बिहार की राजनीति में एक नई महिला-नेतृत्व वाली, युवा-केंद्रित और परिवारवाद-विरोधी पार्टी का जन्म हो पाता है या नहीं।

