Fathers day 2023:माता-पिता का अपने बच्चों के साथ एक अटूट रिश्ता होता है जो जीवन के हर पड़ाव पर एक जैसा रहता है, समय और परिस्थितियां भले ही बदल जाएं लेकिन प्यार, करुणा और समझ की भावनाएं कभी नहीं बदलतीं।यदि माँ का कोई विकल्प नहीं है तो पिता(Fathers day 2023)भी बच्चों के लिए प्रकृति का एक बड़ा वरदान है जो हर समय की कठिनाइयों को सहन करता है और उन्हें शांतिपूर्ण जीवन प्रदान करता है।पिता उस छाए का नाम है जो अपने बच्चों की खुशी के लिए हर दर्द सह कर भी मुस्कुराता है।माँ की ममता अपनी जगह है लेकिन हर बच्चे के लिए जरूरी है कि वह पिता के शाश्वत बलिदान को नमन करे। आज जब के पूरा विश्व फादर्स डे मना रहा है ऐसे में जरूरी है कि हम यह जाने की आखिर फादर्स डे क्यों मनाया जाता है।
बच्चे के लिए पिता का महत्व:
पिता जन्म से लेकर वयस्क होने तक बच्चे की देखरेख और देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वह दिन भर बच्चे के साथ नहीं रहता बल्कि उसका पूरा जीवन बच्चे के भविष्य की भागदौड़ में बीत जाता है।इसलिए आमतौर पर माना जाता है कि पिता बच्चों से दूर रहता है।लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पिता क्यों रहता है बच्चों से दूर अगर वह दिन भर बच्चों के साथ रहे तो परिवार की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने की जिम्मेदारी कौन निभाएगा?
क्यों मनाते हैं फादर्स डे:
पिता के प्यार, करुणा और बलिदान की पहचान में लोग ‘फादर्स डे’ मानते हैं और सोशल मीडिया पर यूजर्स अपने पिता के लिए अपने प्यार का इजहार कर रहे हैं.जानी-मानी हस्तियों समेत सोशल मीडिया यूजर्स उनके पिता के साहस, शौर्य और संघर्ष को याद करते हुए तस्वीरों के साथ उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं।लोगों का कहना है कि यह दिन न केवल अपने पिता(Fathers day 2023)के त्याग और संघर्षों को याद कर उनके प्रति प्यार जताने का दिन है, बल्कि हमें इस दिन को उनके लिए भी यादगार बनाने का प्रयास करना चाहिए।पिता वृक्ष की छाया है, प्रेम की पतवार है, तपती दुपहरी में जीवन का वाहक है और परिवार को दिलासा देने वाला है।”फादर्स डे” पूरी दुनिया में मनाया जाता है, यानी पिता के लिए प्यार व्यक्त करने का अंतर्राष्ट्रीय दिवस, जिसका उद्देश्य पिता के प्यार, करुणा और बच्चे में उनकी भूमिका को उजागर करना है। इस दिन जीवन में पिता के त्याग को पहचाना जाता है और उनके प्रभाव को सराहा जाता है, लेकिन बच्चों के लिए पिता पहला प्यार और हमारा आदर्श होता है।
इस मौके पर दुनिया भर के बच्चे अपने पिता को उपहार देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं। पिता के रिश्ते का कोई विकल्प नहीं हो सकता और कोई भी इस तरह के कष्ट नहीं झेल सकता।बाप अपनी 4 बेटियों के लिए एक छायादार पेड़ भी होता है जिनके चेहरे से उनकी त्याग का पता चलता है।मुश्किल हालातों से लड़कर भी पिता मुश्किल घड़ी से नहीं हारता।
पिता (Fathers day 2023)हमेशा अपने बच्चों की उम्मीदों का केंद्र बनना चाहता है। याद रखें कि फादर्स डे पर, पिताओं को हमारे जीवन को बेहतर और आसान बनाने में उनके प्रयासों के लिए पहचाना जाता है।ऐसे में जरूरी है कि बच्चे भी पिता के अरमानों और दायित्वों के प्रति सजग रहें और उनका ध्यान रखें।कुछ ऐसे काम हैं जो आज बच्चों को करना चाहिए ताकि पिता को भी अपनी औलाद के प्रेम का एहसास हो।
उनके शौक को जानने की कोशिश करे और उसमें रुचि लें:
अपने पिता को जिस काम में रूचि हो उसमें उनका साथ दें।अगर उन्हें पढ़ने का शौक है तो उनके लिए अच्छी किताबें लेकर आएं, अगर उन्हें बागबानी का शौक है तो उनके साथ पौधों की देखभाल करें।और उसके लिए रोजाना समय निकालें।
उन्हें घुमाने के लिए बाहर लेकर जाएं:
किसी भी बाहरी जगह पर जाते समय इन्हें अपने साथ ले जाना न भूलें, खुली हवा न केवल इनके लिए सेहतमंद होती है बल्कि इन्हें खुश भी कर देती है।
उनके लिए उपहार खरीदें:
विशेष अवसरों पर अपने पिताजी के लिए उपहार और कार्ड खरीदें। ऐसी चीजें चुनें जो उनके चेहरे पर मुस्कान लाएं।
पापा के साथ कुछ समय अकेले बिताएं:
माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे उनके साथ कुछ समय बिताएं, अपने पिता के साथ बैठें और विभिन्न विषयों पर बात करें।यदि वह किसी खेल के शौकीन हैं तो उसके साथ खेलें या बैठकर देखें।
उन्हें धन्यवाद दें:
यह स्वीकार करना हमारा कर्तव्य है कि हमारे पिता ने हमारी जरूरतों का ख्याल कैसे रखा और कड़ी मेहनत करके हमें हर सुविधा प्रदान की।आपने हमारे लिए क्या किया?” इस तरह के शब्द माता-पिता के लिए बहुत दर्दनाक होते हैं, खासकर पिताओं के लिए,इसलिए ऐसे शब्द कभी नहीं बोलना चाहिए।ऊपर वाले के बाद अपने माँ-बाप का शुक्र अदा करो कि अगर तुम बड़े मुकाम पर हो तो वो अपने माँ-बाप की मेहनत, कुर्बानी और दुआओं की वजह से हो।
निष्कर्ष:
जैसे माँ का सम्मान होता है वैसे ही पिता का भी सम्मान होता है।लेकिन हम माँ की महानता को सलाम करते हैं और पिता की भूमिका को भूल जाते हैं। जबकि यह सच है कि बिना पिता के सहयोग के माँ के लिए यह आसान नहीं है कि बच्चे की परवरिश हो और उसकी हर इच्छा पूरी हो।

