Bihar News: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को चुनाव आयोग से अहम मांग उठाई। उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान बुर्का पहनकर आने वाली मुस्लिम महिलाओं की पहचान सत्यापित करना अनिवार्य है। यदि कोई महिला बुर्का पहनकर बिना पहचान सत्यापित किए वोट डालने का प्रयास करती है, तो यह संविधान के खिलाफ है। मतदान कर्मियों को चाहिए कि वे बुर्का हटाकर उनकी पहचान सुनिश्चित करें। यदि किसी को इस पर आपत्ति है, तो उसका सख्ती से विरोध करें।
गिरिराज सिंह ने मुस्लिम धर्मगुरुओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे समाज में नफरत फैलाते हैं, जबकि हिंदू धर्मगुरु ऐसा नहीं करते। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे मुस्लिम धर्मगुरुओं के भाषण सुनें और समझें कि किस तरह की नफरत फैलाई जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान कि “आरएसएस और बीजेपी नफरत फैलाती हैं,” पर पलटवार करते हुए गिरिराज ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति के लिए हिंदू-मुसलमान के बीच दरार पैदा की है।
उन्होंने बिहार के बक्सर में धर्मांतरण की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि यह कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति का परिणाम है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के अन्य हिस्सों में भी धर्मांतरण हो रहा है, लेकिन इस पर कांग्रेस और राजद नेता तेजस्वी यादव चुप हैं।
झारखंड में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले गिरिराज ने राज्य के मतदाताओं से एक महत्वपूर्ण अपील की। उन्होंने कहा कि वोट देने से पहले यह ध्यान दें कि हेमंत सोरेन की सरकार रांची को “कराची” बनाने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने युवाओं के भविष्य और बहू-बेटियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सही निर्णय लेने की बात कही।

