भागलपुर | भागलपुर साइबर थाना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात साइबर ठग अलीयान हसन को मुंगेर के जमालपुर से गिरफ्तार कर लिया। वादी अरविंद कुमार मंडल की शिकायत के बाद तीन लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया था, जिसके आधार पर एसएसपी के आदेश पर विशेष टीम का गठन हुआ। इंटरसेप्टेड डेटा, तकनीकी जांच और डिजिटल सुरागों की ट्रैकिंग के बाद पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया। उसके मोबाइल फोन और बैंक लेनदेन की साइबर फोरेंसिक जांच जारी है।
जांच में खुलासा हुआ कि अलीयान हसन पर इससे पहले भी जमालपुर थाना कांड संख्या 61/25 दर्ज है, जिसमें उसने शुभम कुमार से 24,78,645 रुपये ठग लिए थे। दोस्ती का बहाना, गेमिंग सेटअप का लालच और दिल्ली ले जाकर सिस्टम तैयार कराने का झांसा—यही उसकी प्रमुख चालें थीं। शुभम के खाते को बैंक द्वारा फ्रीज किए जाने के बाद आरोपी ने उसी घटना का इस्तेमाल कर भागलपुर के अरविंद को एक बार 1 लाख और फिर 2 लाख रुपये देने के लिए फंसाया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी ‘ठगी के गिरगिट’ की तरह अपनी पहचान और तरीकों को बदलता रहता था। एक पीड़ित से की गई ठगी को वह दूसरे को फंसाने के हथियार के रूप में उपयोग करता था, ठीक मकड़ी की तरह जाल बुनता और नया शिकार तैयार करता। हालांकि पुलिस ने उसके नेटवर्क पर फिलहाल चुप्पी साध रखी है, लेकिन पीड़ितों का दावा है कि यह इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड नेटवर्क से जुड़ा है जिसकी जड़ें कई शहरों और राज्यों तक फैली बताई जा रही हैं।

