New Delhi:महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस अभी भी बना हुआ है, भले ही एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया हो। महायुति गठबंधन में विचार-विमर्श जारी है, लेकिन बीजेपी ने स्पष्ट संकेत दिया है कि महाराष्ट्र में बिहार जैसा फार्मूला लागू नहीं होगा। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा, “बिहार में नीतीश कुमार को सीएम बनाने की घोषणा चुनाव से पहले की गई थी, लेकिन महाराष्ट्र में ऐसा कुछ नहीं था। यहां शिवसेना के साथ कोई चुनाव पूर्व समझौता नहीं किया गया था। बिहार में बीजेपी ने जनता दल (यूनाइटेड) के साथ गठबंधन किया था, ताकि राज्य में अपनी स्थिति मजबूत कर सके, लेकिन महाराष्ट्र में यह मॉडल लागू करने का सवाल नहीं उठता।”
प्रेम शुक्ला ने इंडियन एक्सप्रेस से भी बात की, जहां उन्होंने कहा कि बिहार का मॉडल महाराष्ट्र के लिए सही नहीं है। उनका कहना था, “हमारे पास महाराष्ट्र में एक मजबूत संगठनात्मक आधार और नेतृत्व है। इसके अलावा, पार्टी ने चुनावों से पहले एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की बात नहीं कही थी। चुनावी परिणामों के आधार पर मुख्यमंत्री का फैसला लिया जाएगा।”
बीजेपी के चुनाव समन्वयक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने शिवसेना के कुछ नेताओं के दावों को खारिज किया, जो कह रहे थे कि विधानसभा चुनाव से पहले शिंदे को मुख्यमंत्री बनने का वादा किया गया था। रावसाहेब ने कहा, “मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दोनों पार्टियों ने पहले ही अपने विधायक दल के नेता चुन लिए हैं, और बीजेपी जल्द ही अपने नेता का चयन करेगी।”