पटना: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन विपक्षी दलों, खासकर आरजेडी ने वक्फ संशोधन बिल को लेकर नीतीश सरकार से स्पष्ट रुख अपनाने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को उठाया, जिसके बाद सदन में हंगामा मच गया। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वक्फ बोर्ड के मुद्दे पर विपक्षी दल और इंडिया अलायंस के सभी नेता एकजुट हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे गांधीजी की बात करते हैं, लेकिन उनके दिल में गोडसे की विचारधारा बसती है।
तेजस्वी ने कहा कि ललन सिंह ने लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल का समर्थन किया, और अब नीतीश कुमार इस मुद्दे पर चुप हैं। उन्होंने कहा, “अगर नीतीश कुमार सच में गांधीजी की विचारधारा पर विश्वास करते हैं तो वक्फ संशोधन बिल का समर्थन नहीं करना चाहिए।” हालांकि, उनके पार्टी के नेता संसद में इस बिल का समर्थन कर चुके हैं, फिर भी नीतीश कुमार को अपनी गलती सुधारते हुए इस बिल का समर्थन नहीं करना चाहिए।
इससे पहले बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन राजद और महागठबंधन के अन्य दलों के विधायकों ने वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। राजद के विधायकों ने कहा कि केंद्र सरकार को यह बिल वापस लेना चाहिए, और नीतीश कुमार को इस पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए विधानसभा में इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित करना चाहिए।
राजद के विधायक रणविजय साहू ने कहा कि हम 2024 के वक्फ संशोधन बिल का विरोध कर रहे हैं। महागठबंधन के सभी विधायक नीतीश कुमार से इस पर जवाब मांगते हैं और चाहते हैं कि वे अपनी सेक्युलरिज्म की छवि को सही साबित करें।

