Parliament News :संसद के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन, शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भारी हंगामा हुआ, जिसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। इस दौरान उन्होंने सख्त संदेश देते हुए कहा कि सदन में हंगामा और प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, क्योंकि यह सदन की गरिमा के खिलाफ है।
इसके साथ ही स्पीकर ओम बिरला ने एक बड़ा फैसला लेते हुए संसद के गेट पर विरोध प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी। यह निर्णय एक दिन पहले संसद परिसर में कांग्रेस और भाजपा सांसदों के बीच हुई धक्कामुक्की की घटना के बाद लिया गया। इस विवाद में भाजपा के दो सांसद घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि “भाजपा की फासीवादी विचारधारा सामने आई है। उन्होंने अंबेडकर जी का अपमान किया और संसद के मुख्य द्वार पर बैनर और पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। हमारी महिला सदस्यों को अंदर जाने से रोका गया, और वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को भी गिरा दिया गया। ऐसी स्थिति मैंने अपने जीवन में पहली बार देखी है।”
दूसरी ओर, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर “विशेषाधिकार हनन” का नोटिस पेश किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने अमित शाह के राज्यसभा में दिए गए भाषण को गलत तरीके से पेश किया। ओडिशा भाजयुमो अध्यक्ष अविलाश पांडा ने कहा कि यदि राहुल गांधी देश से माफी नहीं मांगते, तो उन्हें ओडिशा में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, “हमने देश की राजनीति में राहुल गांधी जैसा अराजक और झूठा विपक्ष पहले कभी नहीं देखा। उन्होंने प्रताप सारंगी को धक्का दिया और गुंडागर्दी की। जब उन्हें लगा कि उनके खिलाफ एफआईआर हो सकती है, तो उन्होंने झूठ बोलना शुरू कर दिया। यह आश्चर्यजनक है कि वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे जी भी इस तरह के गलत बयान क्यों दे रहे हैं।”