मोहम्मद रफी का संगीत में योगदान शास्त्रीय धुनों से लेकर रोमांटिक गीतों तक अद्वितीय रहा है। उनके गाए हुए गीत आज भी पीढ़ियों तक गूंजते हैं। आज, उनकी जयंती के अवसर पर हम आपको याद दिलाते हैं कि कैसे किशोर कुमार, जो खुद एक बेहतरीन गायक और अभिनेता थे, की कई फिल्मों में मोहम्मद रफी की आवाज सुनने को मिली।
1959 में आई फिल्म *शरारत* का प्रसिद्ध गाना **’अजब है दास्तां तेरी ऐ जिंदगी’** मोहम्मद रफी ने गाया था। इस फिल्म में मुख्य भूमिका किशोर कुमार ने निभाई थी, और इसके गाने के लिए एक ऐसा गायक चाहिए था, जिनके पास शास्त्रीय संगीत का गहरा ज्ञान और रेंज हो, और वह रेंज मोहम्मद रफी ही प्रदान कर सकते थे। इस फिल्म में रफी के गाए एक और हिट गाने **’तू मेरा कॉपीराइट, मैं तेरी कॉपीराइट’** ने भी दर्शकों का दिल जीता। इसके अलावा, रफी ने किशोर कुमार की फिल्म *रंगोली* का गाना **’छोटी सी ये दुनिया’** और *नई दिल्ली* फिल्म का **’नखरेवाली’** भी गाया।
1956 में आई फिल्म *पैसा ही पैसा* का गाना **’ले लो सोने का लड्डू’** भी दिलचस्प था। इस गाने में किशोर कुमार की दोहरी भूमिका थी, जिसमें एक किरदार के लिए मोहम्मद रफी ने प्लेबैक किया, जबकि दूसरे किरदार के लिए किशोर कुमार ने खुद गाया। हालांकि, किशोर कुमार दोनों के लिए गा सकते थे, लेकिन उन्होंने रफी के साथ इस गाने को मिलकर पूरा किया, जो संगीत की सुंदर जुगलबंदी का बेहतरीन उदाहरण है।
एक और प्रसिद्ध गीत जिसमें रफी, किशोर कुमार और मुकेश ने एक साथ सुर साझा किए, वह था फिल्म *अमर अकबर एंथनी* का गाना **’हमको तुमसे हो गया प्यार’**। यह गाना 47 साल पहले रिलीज हुआ था और फिल्म का बेहद हिट गीत रहा। निर्देशक मनमोहन देसाई की इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, ऋषि कपूर, नीतू सिंह, शबाना आजमी और परवीन बाबी जैसे कलाकारों पर यह गाना फिल्माया गया था। लेकिन यह गाना रफी, मुकेश और किशोर की जुगलबंदी के रूप में हमेशा याद किया जाता है।
मोहम्मद रफी की आवाज में एक खास जादू था, जो हर गाने को दिल छूने वाला बना देता था। चाहे वह किशोर कुमार की फिल्मों में हो, या किसी अन्य कलाकार के साथ मिलकर गाए गए गीत, रफी की आवाज हमेशा एक अमिट छाप छोड़ जाती है। उनके गाए गीतों का जादू आज भी संगीत प्रेमियों के दिलों में जीवित है।

