पटना: ग्रामीण उद्यमिता और महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका) द्वारा आयोजित बिहार सरस मेला का शुभारंभ 12 सितंबर 2025 को ज्ञान भवन, पटना में होने जा रहा है। यह दस दिवसीय मेला 12 सितंबर से 21 सितंबर तक चलेगा और इसमें बिहार सहित 22 राज्यों की स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिला उद्यमी अपने हस्तशिल्प, लोककला और स्वादिष्ट देशी व्यंजनों की प्रदर्शनी और बिक्री करेंगी।मेले का उद्घाटन 12 सितंबर को शाम 6 बजे बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के माननीय मंत्री श्रवण कुमार द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर लोकेश कुमार सिंह, सचिव, ग्रामीण विकास विभाग, हिमांशु शर्मा, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, जीविका, और अभिलाषा शर्मा, अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, जीविका सह आयुक्त, मनरेगा, भी उपस्थित रहेंगे।
मेले में 130 सुसज्जित स्टॉल्स के माध्यम से ग्रामीण उद्यमिता, हस्तशिल्प, लोककला और मशहूर देशी व्यंजनों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।सभी स्टॉल्स पर कैशलेस लेनदेन की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे आगंतुकों को आसानी होगी।जीविका दीदियों द्वारा संचालित रसोई में स्वादिष्ट देशी व्यंजन उपलब्ध होंगे, जो मेले का विशेष आकर्षण होंगे।शिल्पग्राम के हस्तशिल्प, मधुग्राम के मधु, और सतत जीविकोपार्जन योजना के लाभार्थियों द्वारा निर्मित उत्पाद मेले की शोभा बढ़ाएंगे।आगंतुकों के लिए सेल्फी जोन, हेल्प डेस्क, स्वास्थ्य डेस्क और ग्राहक सेवा केंद्र जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।मेला प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक खुला रहेगा, और प्रवेश पूरी तरह निःशुल्क होगा।
बिहार सरस मेला ग्रामीण विकास विभाग के तत्वावधान में आयोजित यह पहल ग्रामीण उद्यमिता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का एक अनूठा प्रयास है। यह मेला न केवल स्थानीय कला और संस्कृति को प्रदर्शित करेगा, बल्कि महिला उद्यमियों को अपने उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने का अवसर भी प्रदान करेगा।

