विशाखापट्टनम में खेले गए वनडे सीरीज़ के पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को सात विकेट से पराजित कर दिया। टीम इंडिया के बल्लेबाजों के कमजोर प्रदर्शन और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की आक्रामक बल्लेबाजी ने मैच का रुख शुरू से ही तय कर दिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में सभी विकेट खोकर 241 रन बनाए। कप्तान रोहित शर्मा (68 रन) और शुभमन गिल (42 रन) ने अच्छी शुरुआत दी, लेकिन मध्यक्रम एक बार फिर फ्लॉप रहा। श्रेयस अय्यर और संजू सैमसन जल्दी आउट हुए, जिससे टीम की रन गति थम गई। अंत में रविंद्र जडेजा (36 रन) और अक्षर पटेल (28 रन) ने कुछ महत्वपूर्ण रन जोड़े और स्कोर को सम्मानजनक स्थिति तक पहुंचाया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत शानदार रही। डेविड वॉर्नर (92 रन) और ट्रैविस हेड (78 रन) ने पहले विकेट के लिए 160 रनों की जबरदस्त साझेदारी कर भारतीय गेंदबाजों की कमर तोड़ दी। भारतीय गेंदबाजी आक्रमण में मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह ने शुरुआती सफलता पाने की कोशिश की, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई ओपनरों ने सधी हुई बल्लेबाजी से उनका हर प्रयास विफल कर दिया। स्पिनरों में कुलदीप यादव और जडेजा को थोड़ी टर्न मिली, मगर हेड और वॉर्नर ने संभलकर खेलते हुए रन गति को बनाए रखा। अंत में स्टीव स्मिथ (44 रन नाबाद) और मार्नस लाबुशेन (22 रन नाबाद) ने टीम को 43वें ओवर में जीत दिलाई।
इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। कप्तान पैट कमिंस ने मैच के बाद कहा कि टीम का प्रदर्शन बेहतरीन रहा और शुरुआती साझेदारी ने मैच की नींव रखी। वहीं, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने हार की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए कहा कि बल्लेबाजों को मिडल ओवरों में ज्यादा समझदारी दिखाने की जरूरत है। उन्होंने भरोसा जताया कि टीम अगले मुकाबले में वापसी करेगी। इस मैच में भारत के गेंदबाजों की असफलता और मिडल ऑर्डर की कमजोरी फिर से उजागर हुई है, जो विश्व कप से पहले चिंता का विषय बन गई है। अब दोनों टीमों के बीच अगला मुकाबला पुणे में खेला जाएगा, जहां भारत सीरीज़ बराबर करने के इरादे से उतरेगा।

