नई दिल्ली। कुछ दिन पहले जब न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को 3-0 से हराया था, तो टीम इंडिया की डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें कम होने लगी थीं। केवल भारतीय टीम के कट्टर प्रशंसकों को ही यकीन था कि भारत इस मुश्किल से उबर सकता है। उनका विश्वास था कि भारतीय टीम अपने घर में हारने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर हराने में सफल होगी। और ऐसा हुआ भी, जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर वह कर दिखाया, जिससे डब्ल्यूटीसी फाइनल की ओर उनका रास्ता कुछ हद तक आसान हो गया है। इस जीत के बाद भारत डब्ल्यूटीसी पॉइंट टेबल में फिर से पहले स्थान पर आ गया है। हालांकि, अभी भी उसके सामने चार टीमें चुनौती के रूप में खड़ी हैं।
पर्थ टेस्ट से पहले भारत डब्ल्यूटीसी पॉइंट टेबल में दूसरे नंबर पर था। उस समय भारत के 58.33% अंक (विनिंग पर्सेंट) थे, और न्यूजीलैंड से 0-3 की हार के बाद वह दूसरे स्थान पर खिसक गया था, जबकि ऑस्ट्रेलिया 62.50% विनिंग पर्सेंट के साथ पहले नंबर पर था। लेकिन पर्थ टेस्ट जीतने के बाद भारत ने फिर से पहला स्थान हासिल कर लिया है, और ऑस्ट्रेलिया को दूसरे स्थान पर धकेल दिया है। अब भारत के पास 61.11% अंक (विनिंग पर्सेंट) हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया के पास 57.69% अंक हैं।
वहीं, डब्ल्यूटीसी पॉइंट टेबल के तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर कोई बदलाव नहीं हुआ है। श्रीलंका (55.56%) तीसरे, न्यूजीलैंड (54.55%) चौथे और दक्षिण अफ्रीका (54.17%) पांचवें नंबर पर बने हुए हैं।
अब भारत को सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ही नहीं, बल्कि श्रीलंका, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका से भी खतरा है। इन तीनों टीमों को एक या दो घरेलू टेस्ट सीरीज खेलनी हैं, जिससे उनके सीरीज जीतने की संभावना बनी रहेगी। अगर इनमें से कोई टीम अपनी सीरीज में क्लीन स्वीप करती है, तो वह भारत और ऑस्ट्रेलिया को पहले और दूसरे स्थान से हटा सकती है।

