बिहार की नई एनडीए सरकार पर कांग्रेस ने बड़ा राजनीतिक हमला बोला है। राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार बीजेपी के दबाव में काम करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि गृह विभाग भारतीय जनता पार्टी के खाते में जाना कानून-व्यवस्था मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, लेकिन इसके साथ ही सरकार की कार्यशैली पर बीजेपी की पकड़ भी साफ दिखती है। अखिलेश सिंह ने उम्मीद जताई कि गृह मंत्री सम्राट चौधरी के कार्यभार संभालने के बाद राज्य में अपराध और गुंडाराज पर कठोर कार्रवाई होगी और जनता बिना डर और भय के जीवन गुजार सकेगी।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि बीजेपी राज्य और केंद्र— दोनों जगह बड़ी पार्टी है, इसलिए “दबाव रहना स्वाभाविक है।” उनका मत है कि वर्तमान राजनीतिक परिवेश में जेडीयू का बीजेपी पर निर्भर रहना तय है और इसका असर सरकार की नीतियों पर भी दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि गृह विभाग पर बीजेपी का नियंत्रण आने वाले दिनों में कानून-व्यवस्था पर निर्णायक प्रभाव डालेगा।
बिहार में “योगी मॉडल” लागू किए जाने की चर्चा पर भी अखिलेश सिंह ने प्रतिक्रिया दी। उनका कहना है कि बिहार और उत्तर प्रदेश की परिस्थितियाँ पूरी तरह अलग हैं, इसलिए “योगी मॉडल” यहां सरलता से लागू नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि बिहार की सामाजिक संरचना, राजनीतिक स्थिति और जमीनी हकीकत यूपी से अलग है, इसलिए बिहार को अपने ढांचे और जरूरतों के अनुसार दिशा तय करनी होगी।

