बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद राजद ने बड़ा कदम उठाया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लगभग एक दर्जन से ज्यादा भोजपुरी, मैथिली और मगही गायकों को कानूनी नोटिस भेजा है। चुनाव प्रचार के दौरान सोशल मीडिया पर वायरल हुए कई गानों में तेजस्वी यादव और आरजेडी को लेकर भड़काऊ, आपत्तिजनक और हिंसक सामग्री दिखाई गई थी। पार्टी का मानना है कि इन गानों ने राजद की चुनावी छवि को नुकसान पहुंचाया और इसका सीधा असर नतीजों में देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने प्रचार भाषणों में “मारब सिक्सर के 6, गोली छाती में” जैसे गानों का जिक्र कर राजद पर जोरदार हमला बोला था।
राजद का आरोप है कि कई गायकों ने बिना अनुमति तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद और पार्टी के नाम के साथ-साथ राजद के झंडे और प्रतीक चिन्ह का इस्तेमाल किया। इन गानों में जंगलराज और रंगदारी के आरोपों को उकसाने वाली भाषा में प्रस्तुत किया गया, जिससे चुनावी माहौल विवादों में घिर गया। पार्टी ने 32 लोगों को नोटिस जारी कर पूछा है कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए।
इस कदम के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि तेजस्वी को उन कार्यकर्ताओं को भी नोटिस भेजना चाहिए जिन्होंने चुनावी सभाओं में यही गाने बजाए। उन्होंने इसे राजनीतिक दोहरापन बताते हुए कहा कि राजद को अपने घर के भीतर भी जवाब तलाशना चाहिए।

