यह आदमी अपने घोड़े के साथ मेहनत मज़दूरी कर रहा था कि अचानक बारिश शुरू हो गई..हर कोई इधर उधर बारिश से पनाह ढूंढ रहा था…लेकिन यह आदमी अपने घोड़े को गले लगाकर बारिश में वही खड़ा रहा।बारिश रुकी तो आदमी ने देखा कि लोग उसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं, उसने लोगों को देखकर कहा…”जब मुझे इसकी ज़रूरत होती है तो ये मेरा साथ नहीं छोड़ता तो अब इस तूफानी बारिश में मैं इसे अकेला कैसे छोड़ सकता हूँ?जो तूफान में आपका साथ देतें हैं उन्हें कभी नहीं भूलना चाहिए। वही तुम्हारी ज़िंदगी के उतार चढ़ाव भारी ज़िंदगी के सच्चे साथी हैं।

