Nationalist Bharat
राजनीति

बिहार:एनडीए पर भारी इंडिया गठबंधन,बीजेपी पर भारी नीतीश-लालू

India Today Mood of the Nation: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले लगातार सीटों को लेकर सर्वे जारी है. बिहार की बात करें तो यहां लोकसभा की 40 सीटें हैं. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद इस बार सीटों पर कितना असर पड़ेगा यह देखने वाली बात होगी लेकिन लेटेस्ट सर्वे में बड़ा खुलासा हुआ है. इंडिया टुडे सी वोटर (India Today C Voter Survey) के सर्वे से देश के मिजाज समझें तो इससे यही लगता है कि यहां सीटें बिल्कुल पलट गई हैं. एनडीए को बड़ा झटका लगा है।इंडिया टुडे सी वोटर का चुनावी सर्वे के अनुसार आरजेडी+जेडीयू को 22 सीटें,बीजेपी को 11,कांग्रेस को 04 और एलजेपी को 3 मिलने का अनुमान है।

एनडीए पर भारी इंडिया गठबंधन
इंडिया टुडे-सी वोटर सर्वे में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से सबसे ज्यादा महागठबंधन को 26 सीटें मिलने की बात कही गई है। जबकि एनडीए को 14 सीटें मिल सकती है। बिहार में एनडीए पर महागठबंधन भारी दिख रहा है। जहां एनडीए को सिर्फ 14 सीटों से ही संतोष करना पड़ेगा। अगर अलग-अलग पार्टियों की बात करें तो आरजेडी और जेडीयू को मिलाकर 22, एलजेपी को 3 और बीजेपी को 11 सीट मिल सकती है। वहीं कांग्रेस को इस बार के चुनाव में चार सीटें मिलती दिख रही हैं। यानी एनडीए के खाते में कुल 14 और ‘इंडिया’ गठबंधन के खाते में 26 सीटें जा रही हैं।

बीजेपी पर भारी नीतीश-लालू
2019 का लोकसभा चुनाव जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी ने साथ मिलकर लड़ा था। तब नीतीश कुमार एनडीए के साथ थे। बीते साल अगस्त 2022 में उन्होंने NDA से नाता तोड़ लिया। अब वो कांग्रेस, और लेफ्ट पार्टियों के साथ बिहार में महागठबंधन की सरकार चला रहे हैं। 2019 में एनडीए ने बिहार में क्लीन स्वीप किया था। और 40 में से 39 सीटों पर जीत हुई थी।

झारखंड समेत कई राज्यों में होगा हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा का विस्तार

बिहार बोर्ड ने जारी किया इंटर और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 का ऐलान, टॉपर्स को मिलेंगे आकर्षक पुरस्कार

तेजस्वी यादव बने नेता प्रतिपक्ष, राजद-कांग्रेस ने लगाई मुहर

Nationalist Bharat Bureau

हक़मारी और सरकारी उपेक्षा से परेशान आशाओं का दो दिवसीय महाधरना शुरू

Nationalist Bharat Bureau

तेजस्वी यादव की ‘माई बहिन मान योजना’ की घोषणा से NDA में खलबली

Nationalist Bharat Bureau

राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव कारी सोहैब का स्वागत और सम्मान

SC की याचिका का कोई मतलब नहीं, हमारा जाति सर्वेक्षण है जनगणना नहीं: नीतीश कुमार 

cradmin

गाजा में युद्धविराम के लिए भारत को मध्यस्थता की जिम्मेदारी निभानी चाहिए: अफजल अब्बास

शिवसेना ने अपनी स्थापना के साल भर बाद से ही विद्रोह देखना शुरू कर दिया था

Nationalist Bharat Bureau

सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है कि…” : महाराष्ट्र के विपक्षी नेताओं की गिरफ़्तारी पर बोले शरद पवार

Nationalist Bharat Bureau

Leave a Comment