Nationalist Bharat
राजनीति

सीवान लोकसभा क्षेत्र:हिना शहाब क्या फिर से राजद से ही लड़ेंगी चुनाव?

आज हम बात करेंगे स्नातक की पढ़ाई के दौरान अपने कॉलेज में बुरका पहनकर जाने वाली एकमात्र युवती , स्वभाव से बहुत शर्मीली दो बेटियों और एक बेटे की मां सिवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब की राजनीतिक सक्रियता के बीच 2024 के लोकसभा चुनाव में फिर से किस्मत आजमाने की जहां अब तक उनका झुकाव किसी पार्टी की तरफ होता दिखाई नहीं देता है।
जी हां!बिहार की रियासत में एक लंबे समय तक अपनी धाक जमाने वाले पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन चुनावी माहौल में बिहार की सियासत उनके नाम के बगैर फिलहाल अधूरी सी लगती है। मोहम्मद शहाबुद्दीन इस वक्त दुनिया में नहीं है लेकिन उनकी राजनीति और उनके विरासत को संभालने की खबरें भी सुर्खियों में रहती है। पिछले तीन लोकसभा चुनाव में मोहम्मद शहाबुद्दीन की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए उनकी पत्नी ने चुनाव लड़ा लेकिन बदकिस्मती रही के दोनों ही चुनाव में हेना शहाब को हार का सामना करना पड़ा।

मोहम्मद शहाबुद्दीन और हिना साहब की राजनीति पर बहुत सारी बातें होती रही है लिखा जाता रहा है लोगों ने पढ़ा भी है लेकिन मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब की पढ़ाई और वैवाहिक जीवन पर बहुत कम ही बात हुई है।स्नातक की पढ़ाई के दौरान अपने कॉलेज में बुरका पहनकर जाने वाली एकमात्र युवती , स्वभाव से बहुत शर्मीली दो बेटियों और एक बेटे की इस मां को 2009 में लोकसभा चुनाव में तब उतरना पड़ा जब उनके सजायाफ्ता पति को चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया गया।

हिना ग्रैजुएट है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि मायके से लेकर ससुराल तक उनके परिवार में पर्दे का रिवाज था।इसके बाद भी मुझे कभी किसी काम के लिए रोका नहीं गया।मैंने पूरी स्वतंत्रता से स्कूल से लेकर कॉलेज तक की पढ़ाई की।तब मैं सिवान के कॉलेज की एक मात्र ऐसी छात्रा थी जो पर्दे में रहकर पढ़ाई करने आती थी।सिवान शहर के बिशुनपक्का मोड़ के रहने वाले मरहूम कमरुद्दीन खान की पांच बेटी और तीन बेटे हैं। इसमें सबसे बड़ी बहन में जुबैदा खानम फिर खातून खानम, कैसर खानम, हुश्ने अंबर और फिर थीं हिना शहाब।पांच बहनों में दो की शादी प्रतापपुर के एक ही घर में हुई। शहाबुद्दीन से हिना शहाब की और उनके मझले भाई समसुद्दीन से हुश्ने अंबर की शादी हुई।

 

कहा जाता है कि मो. शहाबुद्दीन और हिना शहाब की मुलाकात पढ़ाई के दौरान कॉलेज में हुई थी।उस वक्त हिना शहाब डीएवी कॉलेज से पीजी की पढ़ाई कर रही थीं और शहाबुद्दीन भी उसी कॉलेज में पढ़ रहे थे। 1991 में हुए इस प्रेम विवाह की काफी चर्चा थी। उसी समय पहली बार शहाबुद्दीन विधायक भी बने थे।इससे पहले हिना शहाब की हाई स्कूल की पढ़ाई शहर के तेलहट्टा बाजार स्थित दाऊद मेमोरियल से हुई थी।वहीं इंटर और ग्रैजुएशन इस्लामिया कॉलेज से हुई।

 

खबरों के मुताबिक 1991 में जब शहाबुद्दीन की शादी हुई थी उस वक्त वो जनता दल से विधायक थे।उस समय बिहार में राष्ट्रीय जनता दल की सरकार थी।शादी के बाद सिवान के प्रतापपुर गांव में धूम-धाम से रिसेप्शन हुआ था। उस पार्टी में बिहार के तत्कालीन सीएम लालू प्रसाद यादव, मंत्री रहे अब्दुल बारी सिद्दीकी, शिवशंकर यादव, शिवानंद तिवारी, अवध बिहारी चौधरी सहित बिहार के कई बड़े-बड़े मंत्री शामिल हुए थे।उस समय भी प्रतापपुर में लाखों लोगों की भीड़ जुट थी।

 

 

इन पुरानी यादों के बीच आज भले ही शहाबुद्दीन नहीं हैं लेकिन उनकी सियासत को हिना शहाब अपने तरीके से संभाल रही हैं। जेल में जब शहाबुद्दीन बंद थे तो सबसे पहले हिना 2009 में आरजेडी के टिकट पर सिवान लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ीं। इसके बाद 2014 और 2019 में भी चुनाव लड़ीं,हालांकि तीनों बार हार का सामना करना पड़ा। अब जबकि 2024 का चुनाव नजदीक है और पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब राजनीतिक तौर पर सक्रिय दिखाई दे रही हैं तो ऐसे में माना यह जा रहा है कि आने वाले चुनाव में भी वह सिवान से अपनी किस्मत आजमा सकती हैं। अब देखना यह होगा कि राष्ट्रीय जनता दल के सिपहसालार रहे मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब 2024 के लोकसभा चुनाव में राजद का ही टिकट लेकर मैदान में उतरती हैं या फिर उनका राजनीतिक ठिकाना कोई और होता है।

 

ऐसे और भी विश्लेषण देखने के लिए जुड़े रहिए अपने इसी चैनल लोक पंचायत पर।अच्छा लगे तो अपने दोस्तों,परिचितों में शेयर करें।कॉमेंट करके अपनी राय दें।और हां चैनल को सब्सक्राइब नहीं किया है तो अभी सब्सक्राइब करके बेल आइकॉन जरूर दबा दें।ताकि आपको हमारे नए वीडियो का नोटिफिकेशन मिलता रहे।
धन्यवाद

लालू यादव पर विजय सिन्हा का तीखा हमला, कहा- ‘सबसे भ्रष्ट नेता

Bihar By Election Result:उपचुनाव में महागठबंधन का सूपड़ा साफ

Nationalist Bharat Bureau

रुन्नीसैदपुर विधानसभा सीट:जनता हमेशा “बदलाव” की राजनीति में विश्वास रखती आई है

Nationalist Bharat Bureau

तुष्टिकरण की राजनीति पर अग्रसर भाजपा,क्या हैं मायने

मोहनिया सीट से RJD को बड़ा झटका: उम्मीदवार का नामांकन रद्द, तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ीं

नीतीश कुमार मुश्किल में फंस चुके हैं,निकलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है

Nationalist Bharat Bureau

अतिपिछड़ा समाज का दर्पण है चिराग पासवान:लोजपा-(रा)

Nationalist Bharat Bureau

बुद्ध के अनुयायियों को सत्ता क्यों सुहाने लगी?

मैडम क्लास में चलाती हैं स्मार्ट फोन, ACS सिद्धार्थ से बच्चे की शिकायत

Nationalist Bharat Bureau

नारी न्याय’ के जरिए कांग्रेस महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध:डॉ अशोक गगन

Leave a Comment