PATNA: बिहार में आगामी विधानसभा उपचुनाव की सरगर्मी बढ़ गई है, जिसमें चार सीटों पर चुनाव होना है। महागठबंधन के बाद अब एनडीए ने भी अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। बेलागंज विधानसभा सीट के लिए जेडीयू ने मनोरमा देवी को अपना उम्मीदवार चुना है, जो एनडीए की ओर से साझा प्रत्याशी होंगी। मनोरमा देवी पूर्व एमएलसी रह चुकी हैं, और इस सीट पर लंबे समय से आरजेडी का कब्जा रहा है, जहां से सुरेंद्र यादव छह बार विधायक चुने गए थे। उनके सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई थी।
बेलागंज समेत चार सीटों पर हो रहे उपचुनाव को 2025 के विधानसभा चुनावों का सेमीफाइनल माना जा रहा है, जिससे यह चुनाव एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है। बिहार के अलावा देशभर के 13 राज्यों की कुल 48 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होना है, और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
मनोरमा देवी का जन्म 1970 में हुआ था। वे एक ट्रक ड्राइवर हजारा सिंह और ढाबे वाली कबूतरी देवी की बेटी हैं। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा है, और 1989 में उनकी शादी बिंदी यादव से हुई, जिनकी यह दूसरी शादी थी। शादी के बाद बिंदी यादव का राजनीतिक रसूख बढ़ा, और 1990 में लालू यादव के शासनकाल में वे इलाके के प्रभावशाली ठेकेदार बन गए।
मनोरमा देवी की राजनीति में एंट्री 2001 में हुई, जब वे मोहनपुर ब्लॉक की प्रमुख बनीं। इसके बाद वे जेडीयू से एमएलसी बनीं, लेकिन 2020 के विधानसभा चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अपने दबंग स्वभाव के लिए जानी जाने वाली मनोरमा देवी ने महिला सशक्तिकरण पर भी खुलकर अपने विचार रखे हैं।

