Bihar News: लोकगायिका शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट पर पहुंच चुका है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और अन्य गणमान्य लोग पटना एयरपोर्ट पर मौजूद थे। सभी की आंखें नम थीं। एयरपोर्ट से पार्थिव शरीर को उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए ले जाया गया, जहां उनके चाहने वालों का तांता लगा हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह को निर्देश दिया है कि लोकगायिका शारदा सिन्हा के अंतिम संस्कार की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं राजकीय सम्मान के साथ ससमय सुनिश्चित करवाई जाएं। उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए बिहार भाजपा ने कहा कि मां सरस्वती की वरदपुत्री, पद्मश्री सम्मानित बिहार कोकिला शारदा सिन्हा के जाने से बिहार ही नहीं, पूरे देश को अपूरणीय क्षति हुई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि उनके निधन से लोक संगीत का एक युग समाप्त हो गया। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, मंत्री नितिन नवीन और अश्विनी चौबे ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
सीएम नीतीश बोले – अपूरणीय क्षति
बिहार कोकिला शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार कल होगा। पटना के राजेंद्र नगर स्थित उनके आवास पर पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है, जहां तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर को देखने के लिए प्रशंसकों की भीड़ उमड़ी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि शारदा सिन्हा की मधुर आवाज में गाए गए छठ महापर्व के गीत बिहार, उत्तर प्रदेश सहित देश के सभी हिस्सों में गूंजते हैं। उनके निधन से संगीत क्षेत्र और पूरे बिहार को गहरी क्षति पहुंची है। मुख्यमंत्री ने शारदा सिन्हा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके परिजनों व प्रशंसकों को इस कठिन घड़ी में धैर्य प्रदान करने की शक्ति देने की ईश्वर से कामना की।
ससुराल में शोक की लहर
लोकगायिका शारदा सिन्हा के निधन का समाचार मिलते ही उनके ससुराल बेगूसराय जिले के सीहमा गांव में भी शोक की लहर दौड़ गई। लोग शारदा सिन्हा को छठी मैया की बेटी के रूप में याद करते हैं। ससुराल वालों ने बताया कि उनका यहां से गहरा लगाव था और वे हर वर्ष सीहमा आकर लोगों की मदद करती थीं। उनकी अनुपस्थिति से पूरे गांव और जिले के लोग शोकाकुल हैं और अपनी-अपनी तरह से संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।