Bihar Vidhansabha : बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। हालांकि, पहले दिन की कार्यवाही मात्र 22 मिनट में ही स्थगित कर दी गई। विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदस्यों से वाद-विवाद को बेहतर तरीके से चलाने और सत्र संचालन में पूर्ण सहयोग देने की अपील की। इस दिन बिहार विधानसभा उपचुनाव के चार सीटों के परिणाम में विजेता रहे रामगढ़ से भाजपा के अशोक सिंह, इमामगंज से हम की दीपा मांझी, और बेलागंज से जदयू की मनोरमा देवी को शपथ दिलाई गई। वहीं, तरारी से निर्वाचित भाजपा के विशाल प्रशांत एक दिन बाद शपथ लेंगे।
शपथ ग्रहण के बाद, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने सदन के नियमों के तहत दिवंगत हुए विधायकों, पूर्व विधायकों, विधान परिषद के सदस्यों और राज्य व देश की प्रमुख हस्तियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। शोक प्रस्ताव के बाद, सदन की कार्यवाही मंगलवार, 26 नवंबर को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सत्र की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानमंडल में पहुंचकर विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव से मुलाकात की और उन्हें पुष्प गुच्छ भेंट किया। इसके बाद, उन्होंने विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह से भी मुलाकात की और उन्हें भी पुष्प गुच्छ भेंट किया।
बिहार विधानमंडल का यह पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू हुआ है। सत्र के पहले दिन, जनता दल यूनाइटेड के कई नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वागत किया, जिनमें विजय चौधरी, अशोक चौधरी और श्रवण कुमार शामिल थे।
हाल ही में हुए चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव के परिणाम एनडीए के पक्ष में रहे हैं, जिससे एनडीए खेमे में उत्साह का माहौल है। सत्ता पक्ष का कहना है कि जनता ने नीतीश सरकार पर भरोसा जताया है और विपक्षी नेता तेजस्वी यादव को नकार दिया है।
हालांकि, शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि विपक्षी दल राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति, स्मार्ट प्रीपेड मीटर में कथित खामियां, भूमि सर्वेक्षण कार्य में किसानों की समस्याएं, जहरीली शराब से मौतों, वक्फ (संशोधन) विधेयक और उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनी के खिलाफ आरोपों जैसे मुद्दों पर सरकार को घेर सकते हैं। यह सत्र 29 नवंबर को समाप्त होगा।