हाल के दिनों में ऐसी कई कहानियां सामने आई हैं जहां प्यार ने देश, जाति और धर्म की सीमाओं को पार कर दिया है। सीमा हैदर और सचिन की प्रेम कहानी तो सभी ने सुनी है, लेकिन आज हम आपको एक और अनोखी प्रेम कहानी से रूबरू कराते हैं। यह कहानी है एक भारतीय लड़के और थाई लड़की की, जिनका प्यार देशों की सीमाओं को लांघकर विवाह के बंधन में बदल गया।
श्री मंगलादेवी मंदिर में सात फेरे
मंगलुरु के रहने वाले पृथ्वीराज एस. अमीन और थाईलैंड की मोंटाकन सासुक ने मंगलुरु के श्री मंगलादेवी मंदिर में सात फेरे लेकर एक-दूजे के हो गए। दोनों की पहली मुलाकात थाईलैंड में हुई, जहां पृथ्वीराज को मोंटाकन से पहली नजर में ही प्यार हो गया। अब उन्होंने अपने परिवारों की सहमति और बड़ों के आशीर्वाद के साथ विवाह रचाया।
प्यार ने मिटा दी दूरियां
कर्नाटक और थाईलैंड के बीच हजारों किलोमीटर की दूरी इस जोड़े के प्यार के आगे कोई मायने नहीं रखी। थाईलैंड में जन्मा उनका रिश्ता अब मंगलुरु के मंदिर में वैवाहिक बंधन में बंध गया। यह प्रेम कहानी इस बात का उदाहरण है कि सच्चा प्यार हर सीमा को पार कर सकता है।
पेशेवर सफलता के साथ जीवन का नया अध्याय
पृथ्वीराज एस. अमीन बेंगलुरु में एक सफल सॉफ़्टवेयर कंपनी चलाते हैं, जो टाटा समेत कई बड़ी कंपनियों को सेवाएं प्रदान करती है। थाईलैंड यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात मोंटाकन सासुक से हुई थी। पहली नजर में दिल हार बैठे पृथ्वीराज के प्रस्ताव को मोंटाकन ने भी स्वीकार कर लिया।
परिवार की सहमति से बना जीवनसाथी
जैसे-जैसे दोनों का रिश्ता गहराता गया, उन्होंने शादी का फैसला किया। परिवारों की सहमति और शुभकामनाओं के साथ, यह जोड़ा अब एक नई शुरुआत कर चुका है। इस अनोखी प्रेम कहानी ने दिखा दिया कि जब दिलों का मेल होता है, तो दूरियां और बाधाएं महत्वहीन हो जाती हैं।

