गया:गया हवाई अड्डा से हज के सफर पर जाने का सिलसिला शनिवार को मुकम्मल हुआ।इससे पहले शुक्रवार, 2 मई को बिहार के हाजियों का पहला काफिला गया हवाई अड्डे से दयार-ए-हरम के लिए रवाना हुआ। इस मुकद्दस सफर पर अपने प्रियजनों को विदा करने के लिए लोग बड़ी संख्या में हवाई अड्डे पर पहुंचे। भावुक माहौल में लोग आजमीन हज से गले मिलकर दुआएं ले रहे थे।
इसी काफिले में रफीगंज जिला औरंगाबाद से सफर हज पर निकले मोहम्मद कसीमुद्दीन और गुलशन आरा के नवासे और सुपौल जिला के त्रिवेणी गंज निवासी एवं जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल मधेपुरा में रेजिडेंट डॉक्टर डॉक्टर मोहम्मद परवेज़ हयात के पुत्र 5 साल के अनस हयात ने सभी का ध्यान खींचा। अपने नाना नानी के हज पर जाने की खुशी में मसरूर कुर्ता पायजामा, सर पर टोपी और गले में फूलों का हार पहने अनस हयात की मासूमियत और उत्साह ने वहां मौजूद लोगों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी। सभी दुआएं देते नजर आए।बातचीत में अनस ने हज पर जाने के इरादे का इजहार करते हुए कहा कि इंशाअल्लाह बड़ा होकर मैं भी हज पर जाऊंगा।अनस ने अपने नाना नानी से दुआएं लेने के साथ उन्हें मुकद्दस सफर पर रवाना किया।

