पटना:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल ईमान ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को पत्र लिखकर अपनी पार्टी को महागठबंधन में शामिल करने की इच्छा जताई है। इस पत्र में अख्तरुल ईमान ने कहा कि AIMIM का महागठबंधन में शामिल होना सेक्युलर वोटों के बंटवारे को रोकेगा और NDA को सत्ता में आने से रोकने में मदद करेगा। हालांकि, इस प्रस्ताव पर महागठबंधन की प्रमुख सहयोगी पार्टी कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और AIMIM पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता स्नेहाशीष वर्धन ने अपने सोशल मीडिया पेज पर अख्तरुल ईमान के पत्र को साझा करते हुए AIMIM पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, “अख्तरुल ईमान को महागठबंधन की अंदरूनी रणनीति की जानकारी चाहिए, ताकि वे अपने ‘आका’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनावी रणनीति की हर खबर सटीक और समय पर भेज सकें।” पांडे ने AIMIM को BJP का ‘एजेंट’ करार देते हुए दावा किया कि यह कदम महागठबंधन की रणनीति को BJP तक पहुंचाने की साजिश है।

इस बीच, AIMIM के बिहार अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने अपने पत्र में कहा कि उनकी पार्टी ने 2020 और 2024 के चुनावों में भी महागठबंधन में शामिल होने की कोशिश की थी, लेकिन तब बात नहीं बनी। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी मंशा केवल सेक्युलर वोटों को एकजुट करना और NDA को सत्ता से बाहर रखना है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी हाल ही में कहा था कि उनकी पार्टी का लक्ष्य बिहार में NDA को रोकना है, और इसके लिए वे महागठबंधन के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं।

