पटना: छात्र राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की पूर्वी चंपारण इकाई ने 19 जुलाई 2025 को जारी अपनी जिला कार्यकारिणी सूची में मुस्लिम समुदाय के किसी भी नेता को शामिल न करने के बाद उठे विवाद के जवाब में एक नई सूची जारी की है। जनता और कार्यकर्ताओं के दबाव के बाद राजद ने अपने कदम वापस लेते हुए नई सूची में कई मुस्लिम नेताओं को शामिल किया है, जिससे पार्टी की समावेशी छवि को मजबूत करने की कोशिश की गई है।
नई सूची में जिला उपाध्यक्ष के रूप में आदिल राजा और मो. शाहिद, जिला महासचिव के रूप में खातिब रेजा, रोहित राम , वसंत साह , जावेद आलम और नौशाद आलम , तथा जिला सचिव के रूप में मासूम अंसारी, जफरुल्लाह अंसारी, नैबुल्लाह अंसारी, विकास राम और अरुण कुशवाहा को शामिल किया गया है।

पहली सूची में मुस्लिम प्रतिनिधित्व की कमी को लेकर राजद के परंपरागत मुस्लिम-यादव (MY) समीकरण पर सवाल उठे थे, क्योंकि पूर्वी चंपारण में मुस्लिम समुदाय की अच्छी-खासी आबादी है। स्थानीय कार्यकर्ताओं और विश्लेषकों ने इसे पार्टी की रणनीतिक चूक माना था, जिससे मतदाताओं में नाराजगी की आशंका थी। एक कार्यकर्ता ने कहा, “मुस्लिम समुदाय हमारा मजबूत आधार है। उनकी अनदेखी से पार्टी को नुकसान हो सकता था।”

नई सूची के साथ राजद ने इस विवाद को शांत करने की कोशिश की है। पार्टी के प्रभारी-सह-अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा, “हमारी पार्टी समावेशी है और सभी समुदायों का सम्मान करती है। नई सूची इसका प्रमाण है।” यह कदम 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की स्थिति को मजबूत करने और MY समीकरण को बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

