बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अब पूरी ताकत झोंक दी है, लेकिन पार्टी की तैयारियों से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संतुष्ट नहीं दिखे। गुरुवार देर रात पटना स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय में अमित शाह ने प्रदेश नेतृत्व, चुनाव समिति के सदस्यों और पदाधिकारियों के साथ लगभग आधी रात तक बैठक की, जिसमें हर सीट की समीक्षा की गई। सूत्रों के अनुसार, शाह ने साफ कहा कि “अब वक्त रणनीति से ज़्यादा ज़मीन पर सक्रियता दिखाने का है।”
बैठक में टिकट बंटवारे और एनडीए में सीट शेयरिंग के बाद उभरे असंतोष पर भी गहराई से चर्चा हुई। शाह ने प्रदेश नेताओं से बूथ स्तर की रिपोर्ट मांगी और निर्देश दिया कि आने वाले दिनों में हर विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय नेताओं को केवल सोशल मीडिया या पोस्टर राजनीति से आगे बढ़कर मतदाताओं तक पहुंचने की रणनीति पर काम करना होगा। बैठक में यह भी तय हुआ कि जमीनी स्तर पर गठबंधन के भीतर समन्वय को और मजबूत किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, अमित शाह ने शुक्रवार को सारण जिले के तरैया और अमनौर में भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन कार्यक्रम में शामिल होने का कार्यक्रम तय किया है। इसके बाद वे पटना के ज्ञान भवन में आयोजित बुद्धिजीवी सम्मेलन को संबोधित करेंगे, जिसमें राज्यभर के शिक्षाविद, चिकित्सक, उद्योगपति और विभिन्न वर्गों के प्रमुख लोग भाग लेंगे। शाह के इस दौरे को बिहार भाजपा के लिए “समीक्षा और सक्रियता का दोहरा संदेश” माना जा रहा है, जो बताता है कि पार्टी अब चुनावी मैदान में पूरी ऊर्जा के साथ उतरने को तैयार है, लेकिन शीर्ष नेतृत्व तैयारी के हर पहलू पर सख्त निगाह रखे हुए है।