लखनऊ: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2026 (UP Panchayat Election 2026) की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पंचायतीराज विभाग ने परिसीमन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। शहरी क्षेत्रों के विस्तार के चलते 644 क्षेत्र पंचायत वार्ड और 15 जिला पंचायत वार्ड खत्म कर दिए गए हैं। साथ ही 501 ग्राम पंचायतें और करीब 1,700 ग्राम पंचायत वार्ड भी कम हुए हैं। कुल मिलाकर प्रदेश के 42 जिले इस बदलाव से प्रभावित हुए हैं।
परिसीमन की वजह से नई व्यवस्था: नगर पंचायतों, नगर पालिका परिषद और नगर निगम के गठन व सीमा विस्तार के कारण प्रभावित जिलों में आंशिक परिसीमन किया गया। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, इन जिलों में ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत वार्डों का नया सीमांकन पूरी तरह से हो चुका है। वर्ष 2021 के पंचायत चुनाव में क्षेत्र पंचायत वार्डों की संख्या 75,844 थी, जो अब घटकर 75,200 हो गई है। इसी तरह जिला पंचायत वार्ड 3,030 से घटकर 3,015 रह गए हैं।
ग्राम पंचायतों में भी बदलाव: ग्राम पंचायतों की संख्या 58,195 से घटकर 57,694 हो गई है। कुल 512 ग्राम पंचायतें समाप्त हुई हैं, जबकि 11 नई ग्राम पंचायतें बनाई गई हैं। पंचायतों का वर्तमान कार्यकाल अगले साल क्रमशः 26 मई, 19 जुलाई और 11 जुलाई को समाप्त होगा। ऐसे में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अप्रैल-मई 2026 में कराए जाने की संभावना है। प्रभावित जिलों में बुलंदशहर, लखनऊ, गाजियाबाद, गोरखपुर, बरेली, आजमगढ़, अयोध्या, बहराइच, हरदोई, रायबरेली, मथुरा, सीतापुर और उन्नाव सहित 42 जिले शामिल हैं।

