पटना: बिहार में महागठबंधन ने विधानसभा के आगामी सत्र के लिए अपनी रणनीति तय कर दी है। राजद-कांग्रेस सहित सभी सहयोगी दलों की बैठक में सर्वसम्मति से तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष चुना गया। कांग्रेस नेता समीर कुमार सिंह ने बताया कि सभी दलों ने एकजुट होकर मजबूत और रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बेरोजगारी और जनता से जुड़े वादों पर सड़क से सदन तक संघर्ष जारी रखेंगे।
वहीं, आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने विधायक दल की बैठक के बाद बताया कि 1 दिसंबर को शपथ ग्रहण और 2 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। इसके बाद राज्यपाल का अभिभाषण और विनियोग विधेयक पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार की गलत नीतियों का विरोध करता रहेगा और पूरे सत्र में जनता की आवाज को बुलंद किया जाएगा। विपक्षी नेताओं ने चुनाव परिणामों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जनादेश के साथ ‘खेला’ हुआ है और समय आने पर इसका जवाब दिया जाएगा।
कांग्रेस विधायकों के दिल्ली में होने और टूट की अफवाहों को भी नेताओं ने खारिज किया। समीर कुमार सिंह ने कहा कि कुछ विधायकों को आधिकारिक कार्य से दिल्ली बुलाया गया था और महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है। उन्होंने कहा कि विपक्ष संख्या बल की नहीं, बल्कि सिद्धांतों की लड़ाई लड़ रहा है। साथ ही कानून व्यवस्था और रोजगार के मुद्दों पर सरकार को लगातार घेरा जाएगा, ताकि जनता से किए गए वादों को पूरा कराया जा सके।

