संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है और उससे पहले रविवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, गौरव गोगोई सहित कई दलों के नेता शामिल हुए। किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार चाहती है कि सत्र शांतिपूर्ण रहे और गरमागरम बहस से बचा जाए। उन्होंने भरोसा जताया कि सभी दल नियमों के अनुसार चर्चा में हिस्सा लेंगे।
बैठक के बाद विपक्ष ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार संसदीय परंपराओं को कमजोर कर रही है और शीतकालीन सत्र असाधारण रूप से छोटा रखा गया है। कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा, वायु प्रदूषण, मतदाता सूची की सुरक्षा और लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग की। वहीं, माकपा नेता जॉन ब्रिटास ने लाल किले के पास हुए विस्फोट को सुरक्षा चूक बताते हुए कहा कि संसद में इस पर विस्तृत बहस होनी चाहिए।
वहीं, सरकार की ओर से किरेन रिजिजू ने कहा कि किसी भी दल ने संसद न चलने देने की बात नहीं कही है, हालांकि कुछ दल SIR मुद्दे पर हंगामे की बात कर रहे हैं। इस सत्र में केंद्र सरकार असैन्य परमाणु क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने वाले अहम विधेयक सहित कई सुधार एजेंडे आगे बढ़ाने की तैयारी में है। दूसरी ओर विपक्ष सोनिया-राहुल गांधी पर नई प्राथमिकी, दिल्ली प्रदूषण, आतंकी हमला और मतदाता सूची संशोधन जैसे मुद्दों को जोर-शोर से उठाने वाला है।

