पटना:बिहार स्टेट उर्दू टीचर्स एसोसिएशन ने राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर वर्ष 2026 की सरकारी अवकाश तालिका में इस्लामी त्योहारों के लिए अधिक अवकाश और उर्दू विद्यालयों के लिए अलग अवकाश तालिका बनाने की मांग की है।एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कमर मिस्बाही ने पत्र में कहा है कि वर्ष 2025 की अवकाश तालिका में ईद-उल-फितर के लिए केवल 1 दिन, ईद-उल-अजहा (बकरीद) के लिए 2 दिन और मुहर्रम के लिए मात्र 1 दिन का अवकाश दिया गया था, जो उर्दू शिक्षकों की धार्मिक जरूरतों के हिसाब से अपर्याप्त था। इससे शिक्षकों और छात्रों को काफी असुविधा हुई।
सबसे बड़ी शिकायत उर्दू विद्यालयों को लेकर है। उर्दू स्कूलों में साप्ताहिक अवकाश शुक्रवार को होता है, जबकि सामान्य सरकारी स्कूलों में रविवार को। एक ही अवकाश तालिका लागू होने के कारण कई त्योहारों का अवकाश शुक्रवार को पड़ा, जिससे उर्दू विद्यालयों को दोहरी क्षति हुई। वे न तो शुक्रवार का अपना साप्ताहिक अवकाश ले पाए और न ही त्योहार मना पाए।इसलिए एसोसिएशन ने वर्ष 2026 की अवकाश तालिका में ईद-उल-फितर के लिए 2 दिन,ईद-उल-अजहा (बकरीद) के लिए 3 दिन और मुहर्रम के लिए 2 दिन बदलाव की मांग की है
साथ ही उर्दू विद्यालयों (प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक) के लिए पूरी तरह अलग अवकाश तालिका जारी करने का अनुरोध किया गया है, ताकि शुक्रवार को पड़ने वाले अवकाश से होने वाली क्षति रोकी जा सके।
बताते चलें कि शिक्षा विभाग में इस तरह की मांगें पहले भी उठती रही हैं और विभाग इस पर विचार करता रहा है। अब जबकि 2026 की तालिका तैयार होने की प्रक्रिया शुरू होने वाली है, ऐसे में आशा की जाती है कि इस पत्र पर जल्द कोई निर्णय हो सकता है।उर्दू शिक्षकों का कहना है कि अलग अवकाश तालिका से न केवल धार्मिक भावनाओं का सम्मान होगा, बल्कि उर्दू विद्यालयों में पढ़ाई-लिखाई भी सुचारु रूप से चलेगी।

