गोवा के एक नाइटक्लब में लगी भीषण आग ने 25 लोगों की जान ले ली, जिससे राज्य में सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि नाइटक्लब का निर्माण अवैध था और यहां आग से बचाव के नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा था। इसके बावजूद क्लब का संचालन जारी था, जिससे प्रशासन और स्थानीय निकायों की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग पहले फ्लोर पर भड़की, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक मौजूद थे। कुछ ही मिनटों में नाइटक्लब धुएं और आग से भर गया। नीचे का किचन क्षेत्र वेंटिलेशन के अभाव में गैस और धुएं से भर गया, जिसकी वजह से कई लोग सीढ़ियों पर ही बेहोश होकर गिर पड़े। संकरे एंट्री और एग्जिट गेट के कारण लोगों की भीड़ एक साथ बाहर नहीं निकल सकी और कई लोग दम घुटने से मारे गए।
नाइटक्लब पानी के बीच स्थित था और जमीन से केवल एक पतले रास्ते से जुड़ा था, जिससे बचाव कार्य बेहद कठिन हो गया। मरने वालों में 14 क्लब स्टाफ, 4 पर्यटक शामिल हैं, जबकि 7 लोगों की पहचान की जा रही है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

