राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। उन्होंने कहा, “रालोजपा एक व्यवहारिक और महादलितों की पार्टी है। हमने पिछली बार केंद्र की मोदी सरकार का समर्थन किया था, लेकिन एनडीए के नेताओं ने हमारा अपमान किया।” पारस ने अपने सोशल मीडिया से ‘मोदी का परिवार’ वाक्यांश हटाकर एनडीए से अलगाव का स्पष्ट संकेत दिया है।
पार्टी ने ‘चलो गांव की ओर’ अभियान की शुरुआत की है, जिसका लक्ष्य राज्य के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में संगठन को मजबूत करना है। पारस ने कहा, “हम जनता से मिलकर हर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को मजबूत कर रहे हैं।”
कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व सांसद चंदन सिंह ने कहा, “यह धरती हमारे भाई सुरजभान सिंह को बहुत सम्मान देती रही है। यदि मौका मिला तो हम क्षेत्र के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।” पारस के पुत्र यश राज और पूर्व विधायक अनिल चौधरी ने भी बिहार और साहेबपुर कमाल की जनता की सेवा का वादा किया।
इस कार्यक्रम में रालोजपा के कई प्रमुख नेता शामिल हुए, जिनमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विश्वेश्वर प्रसाद, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल, प्रदेश महासचिव केशव सिंह, दलित सेना के जिलाध्यक्ष दासो पासवान, और युवा रालोजपा के राष्ट्रीय महासचिव संजय यादव के साथ खगड़िया जिलाध्यक्ष संजय यादव भी मौजूद थे।
एनडीए से अलग होकर रालोजपा ने स्वतंत्र रूप से सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। ‘चलो गांव की ओर’ अभियान के जरिए पार्टी ने बिहार की राजनीति में नए समीकरण बनाने का संकेत दिया है।

