बिहार सरकार राज्य के शहरों के समग्र विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाने जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बिहार के विभिन्न नगर निकायों में 1300 से अधिक शहरी विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। इन योजनाओं का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करना, नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाना और स्वच्छ, सुंदर एवं व्यवस्थित शहरों की नींव रखना है।
इन परियोजनाओं पर कुल 1000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जा रहे हैं। ये योजनाएं मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना (CMCUDS) के तहत चलाई जा रही हैं, जो जुलाई 2024 में शुरू की गई थी। योजना के अंतर्गत राज्य के 38 जिलों में आने वाले नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पंचायतों को शामिल किया गया है। बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (BUIDCO) इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी करेगा।
शहरी विकास की इन योजनाओं में सड़कों का निर्माण एवं मरम्मत, नाली और जल निकासी व्यवस्था का सुदृढ़ीकरण, स्ट्रीट लाइट्स की स्थापना, सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण, पार्कों और सामुदायिक भवनों का सौंदर्यीकरण, स्मार्ट वॉटर सप्लाई सिस्टम और ठोस कचरा प्रबंधन जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पटना, गया, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे प्रमुख शहरों में आधुनिक टेक्नोलॉजी आधारित शहरी सेवाएं शुरू की जाएंगी।
सरकार का मानना है कि इन परियोजनाओं से न केवल शहरों का विकास होगा, बल्कि हजारों लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार भी मिलेगा। परियोजनाओं के पारदर्शी क्रियान्वयन के लिए हर जिले में निगरानी समिति भी बनाई गई है, जिसमें स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधि और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “शहरी क्षेत्रों में सुविधाओं की कमी अब अतीत की बात होगी। ये परियोजनाएं बिहार के शहरों को आत्मनिर्भर, स्वच्छ और विकसित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं।” उन्होंने जनता से अपील की कि वे इन योजनाओं का लाभ उठाएं और शहरी विकास में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
इन योजनाओं के लागू होने के बाद, बिहार के शहरी चेहरे में बदलाव साफ तौर पर देखा जा सकेगा और राज्य शहरी विकास के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर एक नई मिसाल पेश करेगा।

