शिवहर विधानसभा सीट से सियासी मुकाबला इस बार बेहद दिलचस्प हो गया है। दो बार जदयू के विधायक रहे और इस बार बहुजन समाज पार्टी (BSP) के टिकट पर मैदान में उतरने वाले मो. सरफुद्दीन ने साफ कहा है कि टिकट कटने के बावजूद वह चुनाव मैदान से पीछे नहीं हटेंगे।
पूर्व विधायक मो. सरफुद्दीन ने खुलासा किया कि टिकट कटने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने उन्हें फोन कर पार्टी उम्मीदवार नवनीत झा की मदद करने के लिए कहा था। लेकिन सरफुद्दीन ने दो टूक जवाब देते हुए कहा —
“नीतीश जी और लालू जी मेरे मालिक नहीं हैं, मेरा मालिक सिर्फ शिवहर की जनता है।”
उन्होंने कहा कि जदयू में रहते हुए उन्होंने पार्टी की इज्जत और मान-सम्मान किया, लेकिन अब बसपा से चुनाव लड़ते हुए किसी भी राजनीतिक दबाव में नहीं झुकेंगे। सरफुद्दीन ने स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य सत्ता नहीं, बल्कि जनता की सेवा है।
टिकट कटने को लेकर उन्होंने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि “बसपा में पैसे का खेल हुआ है। टिकट पैसे से खरीदा गया, लेकिन शिवहर की जनता को पैसे से नहीं खरीदा जा सकता।”
उन्होंने दावा किया कि पिछले 15 वर्षों में उन्होंने शिवहर में जनता की सेवा की है, और जनता उनके काम का जवाब मतदान के जरिए देगी।
सरफुद्दीन ने यह भी कहा कि जिन प्रत्याशियों को टिकट मिला है, वे शिवहर की ज़मीनी हकीकत नहीं जानते। उन्होंने कहा, “शिवहर की जनता ने मुझे मैदान में उतरने के लिए पुकारा है और पूरा समर्थन देने का भरोसा भी दिया है।”
अंत में उन्होंने कहा —
“मैं बिकाऊ नहीं, टिकाऊ नेता हूं। राजनीति मेरे लिए सौदेबाज़ी नहीं, जनता की सेवा का माध्यम है।”