पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राज्य की सियासत का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। खासकर मोकामा विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है, जहां दो बाहुबली नेताओं के बीच आमने-सामने की लड़ाई तय मानी जा रही है। मोकामा के बाहुबली और पूर्व विधायक अनंत सिंह के खिलाफ अब उनके सबसे बड़े विरोधी सूरजभान सिंह ने मोर्चा संभाल लिया है। सूरजभान सिंह हाल ही में अनंत सिंह के विरोधी सोनू-मोनू के घर पहुंचे, जहां उन्होंने सोनू से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मोकामा की राजनीति में भूचाल आ गया है। माना जा रहा है कि यह कदम अनंत सिंह के खिलाफ मजबूत गठजोड़ की शुरुआत है।
मिली जानकारी के मुताबिक, सूरजभान सिंह ने अपने समर्थकों के साथ सोनू के घर पहुंचकर उनसे मुलाकात की और लंबी बातचीत की। सोनू ने सूरजभान सिंह का गर्मजोशी से स्वागत किया। यह वही सोनू हैं जो अनंत सिंह के पुराने विरोधी रहे हैं और दोनों के बीच मोकामा गोलीकांड के बाद से गहरी दुश्मनी रही है। कुछ ही महीने पहले अनंत सिंह और सोनू जेल से बाहर आए हैं, जबकि मोनू अब भी पुलिस हिरासत में हैं। अब सूरजभान सिंह के सोनू से हाथ मिलाने के बाद माना जा रहा है कि मोकामा में अनंत सिंह के गढ़ में सेंध लगाने की रणनीति तैयार की जा रही है।
मोकामा सीट लंबे समय से अनंत सिंह का गढ़ मानी जाती है, जहां उन्हें लोग “छोटे सरकार” के नाम से जानते हैं। इस बार जदयू से अनंत सिंह मैदान में हैं, जबकि राजद की ओर से सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी चुनावी अखाड़े में हैं। हालांकि, मुकाबला वीणा देवी बनाम अनंत सिंह नहीं बल्कि सूरजभान बनाम अनंत सिंह का माना जा रहा है। दोनों ही नेता भूमिहार समाज से आते हैं, जो इस क्षेत्र में निर्णायक भूमिका निभाता है। ऐसे में जिस ओर भूमिहार मतदाता झुकेंगे, वही बाजी मारेगा। सूरजभान सिंह पर आपराधिक मामलों के चलते चुनाव लड़ने पर रोक है, इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी वीणा देवी को मैदान में उतारा है। अब सोनू को साथ लाकर सूरजभान सिंह ने यह साफ कर दिया है कि मोकामा की जंग आसान नहीं होने वाली। आने वाले दिनों में यहां का सियासी पारा और भी चढ़ने वाला है।


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