Bihar Politics: बिहार में 2016 से लागू शराबबंदी कानून पर नए सरकार गठन के बाद फिर से राजनीतिक हलचल शुरू हो गई थी। चुनाव के दौरान कई नेताओं ने शराबबंदी हटाने तक की बातें कही थीं। प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि सरकार बनने पर कुछ ही दिनों में शराबबंदी खत्म कर दी जाएगी। हालांकि, एनडीए की ऐतिहासिक वापसी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 10वीं बार शपथ लेने के साथ राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। 26 मंत्रियों के शपथ के बाद विभागों का जिम्मा सौंपा गया और इसी बीच शराबबंदी पर बड़ा अपडेट सामने आया है।
मदनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग का पदभार संभालते ही मुख्यमंत्री नीतीश के करीबी और जेडीयू मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने साफ कर दिया कि बिहार में शराबबंदी कानून जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि शराबबंदी को खत्म करने का कोई विचार नहीं है और यह कानून पहले की ही तरह आगे भी लागू रहेगा। उनका बयान यह संकेत देता है कि सरकार शराबबंदी को लेकर अपने मौजूदा रुख पर कायम रहने वाली है।
बिजेंद्र यादव ने यह भी कहा कि शराबबंदी में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जल्द ही अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर खामियों को दूर किया जाएगा। मंत्री के बयान से साफ है कि सरकार अवैध शराब कारोबार पर नकेल कसने के लिए सक्रिय रूप से काम करने जा रही है। एनडीए सरकार शराबबंदी को मजबूत और प्रभावी बनाने के लिए सख्त प्रशासनिक कदम उठाने के मूड में है।

