बिहार के सिवान जिले के हसनपुरा अंचल कार्यालय में शुक्रवार को विजिलेंस विभाग ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सर्किल इंस्पेक्टर (सीआई) दिलीप सिन्हा और उनके एक सहयोगी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। शिकायत के अनुसार, जमीन से जुड़ी एक फाइल पास कराने के बदले अवैध रकम की मांग की गई थी। शिकायत की पुष्टि होने के बाद विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया और लेनदेन के दौरान दोनों को मौके पर ही दबोच लिया।
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही पूरे अंचल कार्यालय में हड़कंप मच गया। विजिलेंस टीम ने दोनों आरोपियों को पूछताछ के लिए पटना स्थित निगरानी थाना ले जाया। इसके बाद टीम ने कई घंटों तक अंचल कार्यालय की fाइलों, रिकॉर्ड रूम, भूमि अभिलेख और राजस्व दस्तावेजों की गहन तलाशी ली। अधिकारियों के बीच संभावित अनियमितताओं और बिचौलियों की भूमिका को लेकर भी पूछताछ की गई।
वरिष्ठ विजिलेंस अधिकारी ने बताया कि जमीन से जुड़े कामों में अवैध वसूली की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थीं। सत्यापन के बाद कार्रवाई की गई है और जांच में यदि अन्य अधिकारी शामिल पाए गए तो उन पर भी सख्त कार्रवाई होगी। स्थानीय लोगों ने इस कदम का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे सरकारी कामकाज में पारदर्शिता बढ़ेगी। जिला प्रशासन ने संकेत दिया है कि अंचल के सभी विभागों की फाइलों की दोबारा समीक्षा की जाएगी।

