उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए विजिलेंस टीम ने लुधौरी रेंज के वन विभाग कार्यालय में छापा मारकर वन रेंजर गजेंद्र सिंह यादव और वन दरोगा राजेंद्र प्रसाद वर्मा को घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। शीशम के पेड़ों के कटान (परसीमन परमिट) जारी करने के बदले 50 हजार रुपये की मांग की गई थी, जो बाद में 40 हजार पर तय हुई। छापेमारी के बाद विभाग में हड़कंप मच गया और कई कार्यालयों के दरवाज़े बंद कर दिए गए।
किसान पूरन लाल ने अपनी निजी भूमि पर लगे शीशम पेड़ों के कटान की अनुमति के लिए आवेदन किया था। आरोप है कि अनुमति जारी करने के बदले रेंजर और दरोगा ने उससे रिश्वत मांगी थी। परेशान होकर किसान ने विजिलेंस टीम में शिकायत दर्ज कराई। तय योजना के अनुसार, शुक्रवार दोपहर किसान घूस की रकम लेकर कार्यालय पहुंचा और जैसे ही लेनदेन शुरू हुआ, पहले से तैनात एंटी करप्शन टीम ने दोनों अधिकारियों को तुरंत पकड़ लिया।
छापेमारी के वक्त वन दरोगा ने घूस की रकम छिपाने की कोशिश की, जिस पर विजिलेंस अधिकारियों ने नाराज़गी जताते हुए दोनों से सख्ती से पूछताछ शुरू कर दी। कार्रवाई इतनी गोपनीय थी कि इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को भी नहीं मिली। बाद में विजिलेंस टीम दोनों को पूछताछ और आगे की कार्रवाई के लिए लखनऊ लेकर रवाना हो गई। मामले की जांच जारी है।

