आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के एक हालिया आदेश पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि दूरसंचार विभाग द्वारा सभी नए स्मार्टफोन में ‘संचार साथी’ ऐप को पहले से इंस्टॉल करने का निर्देश नागरिकों की व्यक्तिगत निजता पर “खुला हमला” है। उनके अनुसार, किसी भी ऐप को जबरन थोपना लोकतांत्रिक अधिकारों के खिलाफ है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि तकनीक के नाम पर सरकार लोगों की निजी जानकारी तक पहुंच बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं को यह चुनने का अधिकार होना चाहिए कि वे कौन-सा ऐप इंस्टॉल करना चाहते हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि ऐसे कदम सरकार की निगरानी बढ़ाने वाले प्रयासों का हिस्सा हैं, जिनसे आम नागरिकों की स्वतंत्रता खतरे में पड़ती है।
AAP प्रमुख ने केंद्र से मांग की कि वह तकनीकी समाधान के बजाय नागरिकों की सहमति और गोपनीयता को प्राथमिकता दे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को वास्तव में सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ानी है, तो उसे बिना थोपे हुए विकल्प प्रदान करने चाहिए। इस मुद्दे पर जल्द ही राजनीतिक बहस तेज होने की संभावना है।

