वायनाड लोकसभा उपचुनाव: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर उनकी मां सोनिया गांधी, भाई राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कई अन्य नेता मौजूद थे। प्रियंका ने स्थानीय नेताओं की उपस्थिति में नामांकन पर्चा भरा और फिर राहुल गांधी के साथ एक रोड-शो किया। वायनाड उपचुनाव में प्रियंका गांधी का सामना भाजपा उम्मीदवार नव्या हरिदास से होगा।प्रियंका के रोड-शो में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा शामिल हुए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत कई पार्टी नेता भी इस मौके पर मौजूद रहे।

प्रियंका गांधी ने रोड-शो के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “मैं पिछले 35 सालों से अलग-अलग चुनावों के लिए प्रचार कर रही हूं, लेकिन यह पहली बार है जब मैं आपके समर्थन की मांग अपने लिए कर रही हूं। यह एक बहुत ही अलग अनुभव है। मैं मल्लिकार्जुन खरगे जी की आभारी हूं कि उन्होंने मुझे वायनाड से चुनाव लड़ने का मौका दिया।” उन्होंने आगे कहा, “सत्य और अहिंसा ने मेरे भाई को पूरे देश में 8000 किलोमीटर पैदल चलने के लिए प्रेरित किया। जब दुनिया उनके खिलाफ थी, तब आप उनके साथ खड़े थे। मेरे भाई को आपसे साहस मिला। मैं आपसे वादा करती हूं कि मैं आपके और उसके बीच के संबंधों को मजबूत करूंगी।”राहुल गांधी ने भी रोड-शो में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “वायनाड देश का एक ऐसा निर्वाचन क्षेत्र है जहां से दो सांसद हैं, एक आधिकारिक और एक अनौपचारिक सांसद।”प्रियंका गांधी के नामांकन पर कांग्रेस सांसद जेबी माथेर ने कहा, “यह ऊर्जा कुछ ऐसी है जिसका हम सभी को इंतजार था। प्रियंका गांधी का वायनाड से चुनाव लड़ना हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह वायनाड और केरल के लिए गर्व का क्षण है।”

भाजपा उम्मीदवार नव्या हरिदास ने प्रियंका गांधी को कड़ी चुनौती देने का दावा किया है। उन्होंने कहा, “प्रियंका गांधी मेरी प्रतिद्वंद्वी हैं, और कांग्रेस को वायनाड में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। जब वायनाड के लोग भूस्खलन से जूझ रहे थे, तब उनके पास संसद में कोई प्रतिनिधि नहीं था। राहुल गांधी ने रायबरेली की सीट बचाने के लिए वायनाड छोड़ दिया था।”यह चुनाव प्रियंका गांधी और नव्या हरिदास दोनों के लिए पहला लोकसभा चुनाव है। इस उपचुनाव में एलडीएफ ने भी सत्यन मोकेरी को अपना उम्मीदवार बनाया है।

