बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने कहा है कि यदि राज्य में कानून-व्यवस्था का कोई बड़ा चूक हुआ और हत्या/गंभीर अपराध बढ़ते रहे तो वे 24 घंटे के भीतर अपना इस्तीफा दे देंगे — साथ ही उन्होंने राज्य में सुरक्षा और अव्यवस्था के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग दोहराई। सम्राट चौधरी ने यह घोषणा हालिया सार्वजनिक बैठकों और मीडिया से बात करते हुए की, जहाँ उन्होंने अपराध और कानून-व्यवस्था के मुद्दों पर चिंता जताई। उन्होंने विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों और हालिया खबरे—जो अपराध के अलग-अलग मामलों को दर्शाती हैं—पर भी तंज किया और प्रशासन से त्वरित रिपोर्ट माँगी। उनके इस बयान के पीछे राज्य में बढ़ती अशांति और कुछ हालिया हिंसक घटनाओं का हवाला देती सार्वजनिक बहस की पृष्ठभूमि है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि वे खुद उत्तरदायी हैं और यदि पुलिस प्रशासन और सरकार की ओर से ठोस कदम नहीं उठाए गए तो वे जिम्मेदारी ठोंककर इस्तीफा दे देंगे—“24 घंटे” का समय-सीमा उन्होंने प्रतीकात्मक तौर पर दी ताकि सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह बयान चुनावी मौसम और विपक्ष-सरकार टकराव के बीच आया है, और इसका राजनीतिक असर दोनों तरफ नापना अभी बाकी है।
विवाद और प्रतिक्रिया: विपक्षी नेताओं और कुछ विश्लेषकों ने कहा कि प्रशासनिक दोषों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और कानून-व्यवस्था को सुधरने के लिए तंत्र और लंबी-अवधि नीतियाँ जरूरी हैं। वहीं केंद्र और राज्य की सुरक्षा व्यवस्थाएँ, जिनमें कई नेताओं को सुरक्षा कवर दिया गया है, पर भी चर्चा तेज हुई है। पटना पुलिस और संबंधित विभागों ने सुरक्षा और मामलों की जांच का आश्वासन दिया है।