मोकामा: बिहार की राजनीति में मोकामा का दुलारचंद यादव हत्याकांड अब बड़ा चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है। जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद इसका सियासी असर बाढ़ विधानसभा तक फैल गया है। प्रशासन ने हालात की गंभीरता को देखते हुए दोनों क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। शुक्रवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम और एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने संयुक्त रूप से क्षेत्र का दौरा किया और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए।
डीएम त्यागराजन ने स्पष्ट चेतावनी दी कि “कानून व्यवस्था को हाथ में लेने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।” उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चाहे वह किसी दल का प्रत्याशी हो या अधिकारी, सभी को कानून के दायरे में रहकर काम करना होगा। प्रशासन ने आदेश जारी किए हैं कि बिना अनुमति चलने वाले वाहनों की जब्ती, संदिग्ध व्यक्तियों पर कार्रवाई, अवैध हथियारों की बरामदगी और चुनावी खर्च पर सख्त निगरानी रखी जाएगी।
इस हत्याकांड में जेडीयू प्रत्याशी और बाहुबली नेता अनंत सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। विपक्ष इसे राजनीतिक आतंक की मिसाल बता रहा है, जबकि सत्ता पक्ष इसे जांच के अधीन मामला बताकर टालने की कोशिश में है। विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला बिहार की सियासत में भय बनाम लोकतंत्र की निर्णायक लड़ाई साबित हो सकता है।

