VAISHALI: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है, जिनमें कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत महिलाओं को मिले 10 हजार रुपये वापस करने होंगे। वैशाली के जन्दाहा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया कि यह राशि राज्य सरकार की ओर से दी गई सहायता है, न कि कोई लोन (Loan)। उन्होंने कहा कि कुछ लोग महिलाओं को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह योजना पूरी तरह से अनुदान आधारित है और किसी भी लाभार्थी को पैसे लौटाने की जरूरत नहीं है।
राज्य सरकार ने इस योजना की शुरुआत 29 अगस्त 2025 को की थी। इसके तहत हर परिवार की एक महिला को अपनी पसंद का रोजगार शुरू करने के लिए 10,000 रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे बैंक खाते में भेजी जा रही है। साथ ही जिन महिलाओं ने अपने व्यवसाय की शुरुआत कर दी है, उन्हें आगे 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त वित्तीय सहायता भी दी जाएगी। नीतीश कुमार ने बताया कि अब तक 1 करोड़ 50 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में यह राशि अंतरित की जा चुकी है और शेष पात्र महिलाओं को दिसंबर 2025 तक भुगतान पूरा कर दिया जाएगा।
यह योजना महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। महिलाएं इस राशि से किराना दुकान, फल-सब्ज़ी का व्यवसाय, ब्यूटी पार्लर, सिलाई-कढ़ाई, मोबाइल रिचार्ज सेंटर या कृषि कार्य शुरू कर सकती हैं। सरकार की मंशा है कि हर घर की एक महिला आत्मनिर्भर बने और परिवार की आय में वृद्धि हो। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं है — जब तक सभी पात्र महिलाएं लाभ नहीं ले लेतीं, योजना जारी रहेगी।

