बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में मतदाताओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है, लेकिन वैशाली जिले के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से आई एक तस्वीर ने विकास के वादों की हकीकत उजागर कर दी। यहां के छौंकिया गाँव के मतदाता वोट डालने के लिए किसी गाड़ी या बाइक से नहीं, बल्कि जुगाड़ की नाव से मतदान केंद्र पहुँचे।
तेरसिया दियर स्थित बूथ तक पहुँचने के लिए ग्रामीणों को नदी पार करनी पड़ती है। पुल और सड़क न होने के कारण उन्होंने फोम और बांस से बनी अस्थायी नाव का सहारा लिया। नाव से बूथ पहुँचने वाले एक मतदाता ने कहा, “तेजस्वी हमारे विधायक रहे, लेकिन विकास अब भी नदी के पार ही है। हर बार वादे होते हैं, पर ज़मीन पर कुछ नहीं बदला।”
स्थानीय लोगों का कहना है कि नाव से सफर करना अब उनकी मजबूरी बन गई है, क्योंकि बरसों से यहां सड़क और पुल का निर्माण नहीं हुआ। बावजूद इसके, ग्रामीणों ने लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। राघोपुर की यह तस्वीर अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और लोग इसे “वोट का जुगाड़, पर विकास की पुकार” बता रहे हैं।

