Bihar Politics: बिहार की नई एनडीए सरकार के गठन के बीच AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा राजनीतिक संकेत दिया है। अमौर में आयोजित जनसभा के दौरान ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी नीतीश कुमार की सरकार को समर्थन देने को तैयार है, लेकिन इसके लिए एक महत्वपूर्ण शर्त पूरी होनी चाहिए—सीमांचल को उसका पूरा अधिकार और न्याय मिले। ओवैसी ने कहा कि विकास केवल पटना और राजगीर तक सीमित नहीं रह सकता, अब सीमांचल की अनदेखी खत्म होनी चाहिए।
ओवैसी ने सीमांचल की जमीनी समस्याओं पर सरकार को घेरते हुए कहा कि कोसी नदी की बाढ़, नदी कटाव, पलायन और बढ़ते भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों का स्थायी समाधान जरूरी है। उन्होंने दावा किया कि यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस दिशा में ठोस रोडमैप बनाने को तैयार हों, तो AIMIM बिना हिचक समर्थन देने को तैयार है। इस बार सीमांचल में एनडीए ने 24 में से 14 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि AIMIM ने अपने पांच सीटों पर कब्जा बरकरार रखा।
AIMIM चीफ ने अपने विधायकों पर सख्त निगरानी की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि सभी विधायक हफ्ते में दो दिन अपने कार्यालय में बैठक करेंगे और उन्हें अपनी लोकेशन और फोटो साझा करनी होगी। ओवैसी ने हर छह महीने में सीमांचल दौरा करने का भी वादा किया। उन्होंने कहा कि “पटना को संदेश सीमांचल से जाएगा और यहां की जनता अभी भी पतंग छाप के साथ खड़ी है।”

