शिवहर (बिहार): बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में इस बार शिवहर लोकसभा क्षेत्र की तीनों विधानसभा सीटों — बेलसंड, ढाका और मधुबन — पर एक दिलचस्प संयोग देखने को मिल रहा है। इन तीनों सीटों से इस बार ‘राणा’ नाम वाले उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिससे पूरे इलाके में “राणा फैक्टर” की चर्चा जोरों पर है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि जनता तीनों में से किस राणा को विजेता का ताज पहनाएगी।
ढाका विधानसभा से एआईएमआईएम उम्मीदवार राणा रंजीत सिंह, स्वर्गीय सांसद सीताराम सिंह के पुत्र हैं। वे जातीय समीकरण के साथ-साथ अल्पसंख्यक वोटों पर भी मजबूत पकड़ रखते हैं। राणा रंजीत इससे पहले लोकसभा चुनाव में भी ओवैसी की पार्टी से मैदान में उतर चुके हैं। वहीं, मधुबन से उनके बड़े भाई राणा रणधीर सिंह मौजूदा भाजपा विधायक हैं, जिन्हें इस बार भी पार्टी ने टिकट दिया है। उनका संगठन और कार्यकर्ताओं पर अच्छा नियंत्रण माना जाता है।
तीसरी ओर, बेलसंड विधानसभा सीट से राणा रणधीर सिंह चौहान चुनावी मैदान में हैं, जिन्होंने जेडीयू से बगावत कर बसपा का दामन थामा है। उनकी पत्नी तीन बार बेलसंड से विधायक रह चुकी हैं, जिससे क्षेत्र में उनका प्रभाव अभी भी कायम है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि तीनों राणा उम्मीदवारों के पास पार्टी की मजबूती के साथ-साथ अपना व्यक्तिगत वोट बैंक भी है, जो चुनाव का रुख बदलने में अहम भूमिका निभा सकता है। अब देखना यह होगा कि शिवहर के रण में किस राणा की गूंज सबसे बुलंद होती है।