Patna: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण 6 नवंबर को होगा, जिसमें 121 सीटों पर मतदान होना है। इन सीटों पर सभी प्रमुख दलों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। पिछले तीन विधानसभा चुनावों के आंकड़े बताते हैं कि इन क्षेत्रों में राजद और भाजपा का वर्चस्व सबसे अधिक रहा है, जबकि जदयू का प्रभाव लगातार घटा है।
2020 के चुनाव में इन 121 सीटों में से राजद ने 42, भाजपा ने 32, जदयू ने 23, कांग्रेस ने 8 और वाम दलों ने 11 सीटों पर जीत दर्ज की थी। आंकड़ों से साफ है कि महागठबंधन का प्रदर्शन इन इलाकों में मजबूत रहा। वहीं, 2010 से 2020 तक राजद का ग्राफ ऊपर गया, जबकि जदयू की सीटें हर चुनाव में कम होती गईं।
इस बार का चुनाव दिलचस्प इसलिए भी है क्योंकि प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी पहली बार मैदान में है और कई सीटों पर उसके प्रभाव का परीक्षण होगा। चुनावी विश्लेषक मानते हैं कि पहले चरण की सीटों पर RJD-कांग्रेस को बढ़त मिल सकती है, जबकि एनडीए को वोट प्रतिशत बढ़ाने की चुनौती झेलनी पड़ सकती है। अब देखना यह होगा कि 6 नवंबर को जनता किसे मौका देती है — पुराने खिलाड़ियों को या नए विकल्प को।

