Vaishali: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में राघोपुर सीट पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। यह सीट लंबे समय से लालू प्रसाद यादव परिवार का सियासी गढ़ रही है, लेकिन इस बार एनडीए उम्मीदवार सतीश कुमार यादव ने तेजस्वी यादव को कड़ी चुनौती दी है। तेजस्वी ने पटना में वोट डालने के बाद कहा कि “14 नवंबर को बिहार में नई सरकार बनेगी,” मगर राघोपुर में समीकरण पहले जैसे नहीं दिख रहे।
राघोपुर सीट की राजनीतिक कहानी 1995 से शुरू होती है, जब लालू प्रसाद यादव ने यहां से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद राबड़ी देवी और फिर तेजस्वी यादव ने दो-दो बार यहां से जीत दर्ज की। यह सीट अब वंशवाद बनाम विकास, परंपरा बनाम बदलाव की लड़ाई में बदल गई है। बीजेपी ने इस हाई-प्रोफाइल सीट पर सतीश यादव को मैदान में उतारा है, जिन्होंने 2010 में राबड़ी देवी को हराकर सबको चौंकाया था।
इस बार एनडीए का समीकरण पहले से मजबूत माना जा रहा है। जदयू और लोजपा के साथ आने से सतीश यादव के पक्ष में वोटों का ध्रुवीकरण दिख रहा है। राघोपुर की यह लड़ाई सिर्फ एक सीट की नहीं, बल्कि पूरे बिहार की राजनीति की दिशा तय करने वाली मानी जा रही है।

